बेंगलुरू, 21 अप्रैल (भाषा) एक वायरल वीडियो में ‘तो क्या हुआ अगर ये बेंगलुरु है, हिंदी में बोलो’ कहते हुए देखे गए एक व्यक्ति ने सोमवार को कन्नड़ में माफी मांगी।
इस घटना ने भाषा पर बहस को फिर से हवा दे दी थी।
एक वीडियो सामने आने के बाद 20 अप्रैल को हिंदी-कन्नड़ विवाद फिर भड़क गया था। इसमें एक व्यक्ति एक ऑटो चालक से कह रहा है: ‘नोएडा में रहो या बेंगलुरु में रहो, तुम भी हिंदी में बात करो।’
ऑटो चालक ने तुरंत जवाब दिया, ‘आप बेंगलुरु आए हैं, कन्नड़ में बात करें। मैं हिंदी में बात नहीं करूंगा।’
स्पष्ट संदर्भ के अभाव में भी यह वीडियो वायरल हो गया और इंटरनेट पर इसकी चर्चा होने लगी।
इस व्यक्ति की पहचान अभी तक अज्ञात है और इंटरनेट उपयोगकर्ताओं ने उसे ‘हिंदी योद्धा’ नाम दिया है।
सोमवार को ऑनलाइन प्रसारित ‘माफीनामा वीडियो’ में अज्ञात व्यक्ति ने कहा कि उसका इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था और उसने दावा किया कि वह कन्नड़ बोलता है तथा करीब नौ साल से बेंगलुरु में रह रहा है।
उसने कहा कि वह अपने व्यवहार के लिए माफी मांगने के लिए निकटतम पुलिस थाने तक गया था तथा उसने स्वीकार किया कि उसे इस बात का अफसोस है कि तीखी बहस के दौरान अपना आपा खो दिया।
भाषा
शुभम माधव
माधव
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