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शनिवार, 3 मई, 2025
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मानव-पशु संघर्ष : वायनाड जिले में हड़ताल के दौरान हिंसा, वन विभाग के वाहन से मृत गाय को बांधा

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वायनाड, 17 फरवरी (भाषा) केरल के वायनाड में मानव-पशु संघर्ष की समस्या के स्थायी समाधान की मांग को लेकर सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा(एलडीएफ), विपक्षी संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आह्वान पर शनिवार को सुबह से शाम तक आयोजित जिलाव्यापी हड़ताल के दौरान पुलपल्ली में प्रदर्शनकारी हिंसक हो गये।

प्रदर्शनकारियों ने वन विभाग के एक वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया और उसके बोनट से एक गाय को बांध दिया जो दिन में बाघ के संदिग्ध हमले में मारी गई थी।

वायनाड जिले में सुबह से शाम तक हड़ताल का आह्वान किया गया था जिसकी वजह से दुकानें बंद रहीं और वाहन सड़कों से नदारद रहे।

मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने वायनाड जिले में अक्सर होने वाले मानव-पशु संघर्ष से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए मंत्रियों के तत्वावधान में एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाने का निर्देश जारी किया है।

राज्य के अन्य हिस्सों में सड़क को अवरुद्ध करने के अलावा पुलपल्ली में स्थानीय लोगों ने वन विभाग के एक वाहन को रोका और गुस्साई भीड़ ने वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। उन्होंने वन विभाग की जीप का ऊपरी हिस्सा फाड़ दिया और टायर पंक्चर कर दिया।

कुरुवा द्वीप के निकट एक हाथी ने शुक्रवार को वन विभाग के एक गाइड

वेल्लाचालिल पॉल पर हमला कर दिया था, जिससे उसकी मौत हो गयी थी। गाइड के शव के साथ बड़ी संख्या में लोग पुलपल्ली में एकत्र हो गए।

प्रदर्शनकारियों ने वन विभाग के वाहन पर भी पुष्पांजलि अर्पित की और आरोप लगाया कि अधिकारी लोगों की जान-माल की रक्षा करने में असमर्थ हैं।

बाद में प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने बाघ के हमले में मारी गई गाय के शव को एक ट्रैक्टर पर लाकर उसे वन विभाग के वाहन के बोनट से बांध दिया।

जिले में मानव बस्तियों में आवारा जंगली जानवरों के लगातार हमलों से निपटने के लिए स्थानीय लोगों द्वारा किए गए तीव्र विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने मामले में हस्तक्षेप किया।

इस बीच, हड़ताल के आह्वान के मद्देनजर आज वायनाड जिले में दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे और वाहन सड़कों से नदारद रहे।

गाइड की मौत के एक दिन बाद गुस्साए आंदोलनकारियों ने कर्नाटक और राज्य के अन्य हिस्सों को जोड़ने वाले जिले के प्रमुख मार्गों पर वाहनों के आवागमन को अवरुद्ध किया।

बड़ी संख्या में स्थानीय लोग एकत्र हुए और राज्य सरकार से कार्रवाई करने के साथ-साथ पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की।

कलपेट्टा, बथेरी, मनान्थावडी, लाकिडी जैसे प्रमुख इलाके और अन्य स्थान आज पूरी तरह से बंद रहे।

इस बीच, राज्य के वन मंत्री ए के ससींद्रन ने गाइड पॉल की मौत को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया और उनके परिवार को आवश्यक मदद प्रदान करने का आश्वासन दिया।

भाषा रवि कांत संतोष

संतोष

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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