कोलकाता, 28 अक्टूबर (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शांति निकेतन को यूनेस्को के धरोहर स्थल का दर्जा देने से संबंधित पट्टिका पर विश्व भारती विश्वविद्यालय के संस्थापक रवींद्रनाथ टैगोर का नाम नहीं होने के चलते केंद्र से इसे (पट्टिका) हटाने का शनिवार को आग्रह किया।
बनर्जी ने कहा कि पट्टिका पर टैगोर का नाम नहीं होना नोबेल पुरस्कार विजेता का ‘‘अपमान’’ है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने शांति निकेतन – विश्व भारती में एक विश्व धरोहर स्थल (अब यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त) बनाया। विश्वविद्यालय के वर्तमान प्राधिकारियों ने इस संबंध में ऐसी पट्टिका लगाई है, जिसमें कुलपति का नाम भी प्रदर्शित किया गया है, लेकिन गुरुदेव का नाम नहीं है।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह टैगोर का अपमान है और हमारे राष्ट्र के संस्थापकों के उपनिवेशवाद विरोधी विरासत-निर्माण प्रयासों को कमतर करता है। केंद्र सरकार को उचित सलाह दी जाएगी कि वह इस आत्ममुग्ध प्रदर्शन को तुरंत हटाए और गुरुदेव को वह श्रद्धांजलि दे, जिसके लिए देश उनका ऋणी है।’’
विश्वविद्यालय के प्राधिकारियों द्वारा हाल में संगमरमर की पट्टिकाएं लगाए जाने के बाद एक बड़ा विवाद शुरू हो गया है। केंद्रीय विश्वविद्यालय के विशाल परिसर में विभिन्न स्थानों पर स्थापित पट्टिकाओं पर विश्वविद्यालय के पदेन कुलाधिपति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कुलपति विद्युत चक्रवर्ती के नाम का जिक्र है, लेकिन गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर का उल्लेख नहीं है, जिन्होंने विश्वविद्यालय की स्थापना की थी।
यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन) ने 17 सितंबर को शांति निकेतन को विश्व धरोहर सूची में शामिल किया था।
भाषा शफीक दिलीप
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