नयी दिल्ली, 31 जुलाई (भाषा) कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा ने बृहस्पतिवार को कहा कि मालेगांव विस्फोट मामले में अदालत का फैसला चौंकाने वाला है और ऐसा कभी नहीं होना चाहिए था क्योंकि अगर विस्फोट हुआ है तो किसी ने कुछ किया होगा।
विवेक तन्खा ने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, ‘‘यह चौंकाने वाला है। ऐसा कभी नहीं होना चाहिए था क्योंकि अगर विस्फोट हुआ है, तबाही मची है, लोग मरे तो किसी ने कुछ तो किया ही होगा। मैंने नहीं कर रहा हूं कि किसने किया है।’’
उनका कहना था, ‘‘अगर जांच हुई है तो उसमें साक्ष्य एकत्र हुए होंगे…क्या जांच एजेंसी की खामियां थीं, मुझे नहीं मालूम है। अगर अपील दायर होगी तो ये सारी चीजें सामने आएंगी।’’
कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि 17 साल इस मामले का फैसला आने में क्यों लग गए?
उन्होंने कहा, ‘‘अगर बरी होने का मामला था तो एक या दो साल में करना था। मुझे नहीं पता कि किसी गलती है।’’
मालेगांव विस्फोट में छह लोगों की मौत होने के लगभग 17 साल बाद एक विशेष अदालत ने प्रज्ञा सिंह ठाकुर और लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित समेत सभी सातों आरोपियों को बृहस्पतिवार को बरी करते हुए कहा कि उनके खिलाफ कोई ‘‘विश्वसनीय और ठोस सबूत नहीं हैं।’’
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हक रंजन
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