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Friday, 22 November, 2024
होमदेशहालिया क्रिप्टो क्रैश के लिए FTX एक्सचेंज में मैलप्रैक्टिस और रेग्युलेशन की कमी जिम्मेदार

हालिया क्रिप्टो क्रैश के लिए FTX एक्सचेंज में मैलप्रैक्टिस और रेग्युलेशन की कमी जिम्मेदार

एफटीएक्स क्रिप्टो एक्सचेंज ने हाल ही में अपने आपको दिवालिया बता दिया. एफटीएक्स के सामने यह संकट कैसे आया, जिसके कारण पूरे उद्योग में मंदी आ गई.

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नई दिल्ली: क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में आ रही गिरावट काफी हद तक क्रिप्टो बाजार के प्रमुख दिग्गजों की मैलप्रैक्टिस की वजह से है. इसके साथ ही इस मामले में रेग्युलेशन की कमी रही, जिसने ऐसी गतिविधियों को होने दिया. मैक्रोइकॉनॉमिक स्थितियों ने भी मदद नहीं की है.

बिटकॉइन का क्रिप्टो बाजार में लगभग 41 फीसदी हिस्सा है. इसने पिछले साल की तुलना में इस बार कीमतों में भारी गिरावट देखी है. 12 नवंबर, 2021 को प्रति बिटकॉइन की कीमत 64,400 डॉलर थी, जो फिलहाल 16,500 के आस-पास मंडरा रही है. अन्य छोटी क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में भी कुछ इसी तरह की गिरावट देखी जा रही है. नए जमाने के निवेशकों के चहेते और जल्दी पैसा बनाने की चाहत रखने वालों का क्रिप्टो बाजार आखिरकार कैसे तबाह हो गया?

PYOR के सह-संस्थापक और Unocoin और CoinSwitch की संस्थापक टीमों का हिस्सा रहे शरण नायर ने कहा, ‘इसके लिए कई कारकों को जिम्मेदार माना जा सकता है, जैसे कि फेड रेट में बढ़ोतरी, शेयर बाजारों में गिरावट आदि और कुछ घटनाएं भी जैसाकि एफटीएक्स में हाल ही में जो कुछ हुआ.’

नायर बताते हैं, ‘हालांकि 3AC संकट और हाल ही में FTX क्रैश का असर इस इंडस्ट्री पर कुछ ज्यादा ही पड़ा.’ उन्होंने समझाया, ‘एफटीएक्स क्रैश काफी बड़ा है. मैं कहूंगा कि आज मार्केट में आने वाली गिरावट का लगभग 70 के लिए फीसदी FTX ही जिम्मेदार है.’

FTX एक बहामास-बेस्ड क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज है जिसे 2019 में शुरू किया गया था. तब से कंपनी ने क्रिप्टो इंडस्ट्री में सबसे स्थिर और सम्मानित फर्मों में से एक होने का तमगा पाया हुआ था. कंपनी को मिली यह साख काफी हद तक इंडस्ट्री के अंदर और बाहर इसके संस्थापक के सम्मान के आधार पर बनाई गई थी.


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‘क्रिप्टो इंडस्ट्री का पोस्टर-चाइल्ड’

क्रिप्टो उद्योग के एक अंदरूनी सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर दिप्रिंट को बताया कि एफटीएक्स के संस्थापक – सैम बैंकमैन-फ्राइड – क्रिप्टो उद्योग के ‘पोस्टर-चाइल्ड’ थे. एक ऐसी पोजिशन जिसने उनके मालप्रैक्टिस के इतने विनाशकारी परिणाम में एक बड़ी भूमिका निभाई.

अंदरूनी सूत्र ने बताया, ‘इंडस्ट्री में हर कोई उन्हें जानता था और उनकी ओर देखता था. उन्हें एक ऐसा लीडर माना जाता था, जो इंडस्ट्री के लिए जरूरी है. यहां तक कि अमेरिका में नियामकों और सीनेटरों के लिए यानी वह उद्योग के भीतर के उन लोगों में से एक थे, जिन पर सांसदों ने भरोसा किया था.’

वास्तव में बैंकमैन-फ्राइड के लिए इंडस्ट्री में काफी सम्मान था. उनकी तुलना अपने नाम पर निवेश बैंक की स्थापना करने वाले जेपी मॉर्गन की पसंद से भी की गई थी, जो 1900 की शुरुआत में अमेरिका में वित्तीय उथल-पुथल के दौरान कई कंपनियों के बचाव में आए थे.

अंदरूनी सूत्र ने कहा, ‘यही कारण है कि उनकी वजह से इतना नुकसान हुआ. वित्तीय पहलू के अलावा, तथ्य यह भी है कि वह काफी भरोसेमंद थे. अब इसका मतलब है कि उद्योग में भारी निराशा है, साथ ही साथ निवेशकों के विश्वास पर एक वास्तविक चोट भी.’


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FTX में क्या हुआ?

दो नवंबर को क्रिप्टो न्यूज पोर्टल coindesk.com ने FTX की बैलेंस शीट का विश्लेषण करने के बाद एक रिपोर्ट प्रकाशित की. इसमें दिखाया गया कि प्रबंधन के तहत एक्सचेंज की संपत्ति (AUM) बड़े पैमाने पर FTX के अपने क्रिप्टो टोकन के रूप में रखी गई है, जिन्हें FTT कहा जाता है.

जैसाकि कोई भी समझदार निवेशक यही कहेगा कि डायवर्सिफिकेशन निवेश को संभालने के दौरान सबसे सुरक्षित तरीकों में से एक है और इसके विपरीत एक ही जगह में फंड को बनाए रखना बेहद जोखिम भरा हो सकता है. लेकिन एफटीएक्स और इसके संस्थापक ऐसा ही कर रहे थे, जो उनके अंतिम नुकसान के लिए काफी था.

लगभग उसी समय यह भी सामने आया कि बैंकमैन-फ्राइड एफटीएक्स के ग्राहकों के फंड को अपने द्वारा स्थापित एक ट्रेडिंग फर्म अल्मेडा रिसर्च को भेज रहा था. अल्मेडा रिसर्च इन निधियों का इस्तेमाल अधिक ऋण लेने और अधिक धन जुटाने के लिए कर रहा था.

यह वह स्थिति थी, जहां नियामकों को अपना कदम रखना होता है, लेकिन यह तभी संभव था जब कोई नियमन होता. उदाहरण के लिए भारत में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के विशिष्ट नियम हैं कि दलाल इस तरह से ग्राहकों के फंड को नहीं छू सकते हैं. लेकिन भारत या विदेश में क्रिप्टोकरेंसी स्पेस के लिए ऐसा कोई विनियमन मौजूद नहीं है.

जब ये दो खबरें – कि अधिकांश संपत्ति एक एकल क्रिप्टोकरेंसी के रूप में थी और यह कि यूजर के फंड को कंपनी से बाहर लगाया जा रहा था – सार्वजनिक हो गईं, तो वास्तव में समस्याएं शुरू हुईं.


Binance के कदम ने बाजार को हिला दिया

एक अन्य क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज और एफटीएक्स में शुरुआती निवेशक बिनेंस के पास बड़ी संख्या में एफटीटी टोकन थे.FTX के बारे में खबर सुनकर, Binance ने पिछले हफ्ते घोषणा की कि वह FTT की अपनी पूरी होल्डिंग्स को बेच देगा, यह कहते हुए कि यह अपने हितों की रक्षा कर रहा है और एक जोखिम भरी संपत्ति के लिए अपने रिस्क को कम कर रहा है. इस बिक्री में लगभग दो बिलियन डॉलर मूल्य के FTT टोकन एक बार में बेचे जा रहे थे.

स्वाभाविक रूप से इसने बाजार को हिलाकर रख दिया और एक व्यापक बिकवाली की शुरुआत हुई, जहां एफटीटी के अन्य धारकों ने भी अपने टोकन बेचना शुरू कर दिया. जिस तरह से ऐसे समय में उम्मीद की जाती है, यहां भी ठीक वैसा ही हुआ. यहां सप्लाई काफी ज्यादा थी और बिनेंस की घोषणा के बाद एफटीएक्स की कीमत 30 फीसदी से ज्यादा गिर गई और लगातार गिरती रही.


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कंटेजियन इफेक्ट

एफटीटी की कीमत में गिरावट का एक बड़ा कंटेजियन इफेक्ट पड़ा. याद करें कि कैसे बैंकमैन -फ्राइड लोन के लिए प्रतिभूति के रूप में एफटीटी टोकन का इस्तेमाल कर रहा था? खैर, उन्होंने जो किया वो घूम-फिर कर वापस उनके पास आ गया. गिरावट के इस दौर में उस प्रतिभूति के मूल्य के साथ, लेनदारों ने बैंकमैन-फ्राइड को लोन सुरक्षित करने के लिए और अधिक कोलैटरल जोड़ने के लिए कहा. अब बैंकमैन-फ्राइड ऐसा नहीं कर सका. उन्होंने निजी स्रोतों से फंड जुटाने की कोशिश की और असफल रहे. इसके अलावा, Binance के लिए FTX खरीदने का एक सौदा भी आगे नहीं बढ़ पाया, जिससे FTT टोकन की कीमत पर और असर पड़ा.

स्थिति इतनी खराब हो गई कि बैंकमैन-फ्राइड को एफटीएक्स के सीईओ के पद से अपना इस्तीफा देना पड़ा. और कंपनी ने दिवालियेपन के लिए आवेदन दायर कर दिया. इसका असर ये पड़ा कि दुनिया भर में क्रिप्टो की कीमतें रिकॉर्ड के निचले स्तर पर पहुंच गईं.

हालांकि यह कन्टेजन यहीं खत्म नहीं हुआ. बैंकमैन-फ्राइड सोलाना – एक और ब्लॉकचेन प्लेटफार्म – में एक बड़ा निवेशक था और उस प्लेटफॉर्म के टोकन, सोलाना बीटीसी की एक बड़ी संख्या उनके पास थी. जैसे ही एफटीएक्स के आसपास की घटनाएं सामने आईं, सोलाना बीटीसी में लोगों का विश्वास भी तेजी से कम हुआ, जिससे इसकी कीमत में भारी गिरावट आई.

इस घटना ने क्रिप्टो बाजार सहभागियों को भी बहुत परेशान कर दिया. और इसलिए अन्य बुरी खबरों पर उनकी प्रतिक्रियाएं असंगत रही.

इस खबर के बाद कि क्रिप्टो डॉट कॉम ने 400 मिलियन डॉलर के लेन-देन को गलत तरीके से जमा किया था, एक्सचेंज के ग्राहक एक्सचेंज से अपने फंड वापस लेने के लिए दौड़ पड़े. Crypto.com की अपनी क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य एक ही दिन में लगभग 20 प्रतिशत गिर गया.


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जिम्मेदार अन्य कारक

इंडस्ट्री के दिग्गजों के मुताबिक, FTX घटना ऐसे समय में सामने आई है जब क्रिप्टो इंडस्ट्री के भीतर और बाहर निवेशकों का विश्वास कम हो रहा था. ऊपर से एफटीएक्स का यह संकट इस साल उद्योग में उस एक और संकट के बाद आया, जहां थ्री एरो कैपिटल (3AC) ने 10 बिलियन डॉलर की संपत्ति को शून्य पर गिरते हुए देखा.

हालांकि यह संकट ज्यादा बड़ा नहीं था. बैंकमैन-फ्राइड की संपत्ति में 16 बिलियन डॉलर-से-शून्य गिरावट से काफी छोटा, फिर भी यह क्रिप्टो इंडस्ट्री को हिला देने के लिए काफी बड़ा संकट था.

दरअसल इनके बीच का अंतर यह था कि बैंकमैन-फ्राइड की बाजार में ऐसी साख थी कि उनका पतन निवेशकों के विश्वास के लिए एक विनाशकारी आघात के रूप में आया.

क्रिप्टो बाजार में मूड को खराब करने वाले अन्य कारक सामान्य हैं, जो अन्य उद्योगों को भी प्रभावित करते हैं. मसलन यूएस फेडरल रिजर्व द्वारा दरों में बढ़ोत्तरी, दुनिया भर के शेयर बाजारों में सुस्ती और बिग टेक कंपनियों के बीच बढ़ती छंटनी- इन सभी कारणों ने क्रिप्टो बाजार से त्वरित रिटर्न में निवेशकों के विश्वास को काफी कम कर दिया.

एफटीएक्स का अचानक से गिरना, उसकी कमजोर नींव पर पड़ने वाला एक भारी हथौड़ा है. अब देखना होगा कि यह अंतिम झटका है या नहीं.

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़नें के लिए यहां क्लिक करें)

(संपादनः शिव पाण्डेय)
(अनुवादः संघप्रिया)


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