रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में पांचवीं से 12वीं कक्षा तक के पाठ्यक्रम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की शिक्षाओं को शामिल करने का फैसला किया है.
राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को यहां बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर छत्तीसगढ़ में अब नयी पीढी को महात्मा गांधी की बुनियादी शिक्षाओं से जोड़ा जाएगा.
अधिकारियों ने बताया कि गांधीजी के आदर्शो और सिद्धांतों से बच्चों को अवगत कराने के लिए इन शिक्षाओं को पांचवी से 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री बघेल ने इसके लिए मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि बच्चों के संपूर्ण विकास के साथ आत्मनिर्भर बनाने वाली शिक्षा का प्रबंध राज्य शासन द्वारा सुनिश्चित किया जाए.
अधिकारियों ने बताया कि गांधीजी के आत्मनिर्भर ग्राम की कल्पना को पूरा करने के लिए राज्य में स्कूली बच्चों को गांव का भ्रमण कराकर सरकार की महत्वकांक्षी सुराजी गांव योजना के तहत नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी के बारे में विस्तार से बताया जाएगा. इससे स्कूली बच्चों को ग्रामीण अर्थव्यवस्था के साथ-साथ जल संरक्षण और मृदा संरक्षण जैसे विषयों पर जानकारी मिल सकेगी और आत्मनिर्भर ग्राम की कल्पना को साकार करने में मदद मिलेगी.