(फाइल फोटो के साथ)
गढ़चिरौली (महाराष्ट्र), आठ जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार गढ़चिरौली को नक्सली हिंसा से मुक्त बनाने के लिए सभी प्रयास कर रही है।
उन्होंने ‘शासन आपल्या दारी’ (शासन आपके द्वार) कार्यक्रम के दौरान कहा कि जिले की 11 लाख आबादी में से 6.70 लाख लोग कार्यक्रम के पंजीकृत लाभार्थी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार लोगों के कल्याण के लिए हर एक व्यक्ति तक पहुंचेगी।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा, ‘‘लाभार्थियों को शासन आपल्या दारी योजना के तहत ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, साइकिल, गोदाम, जाति प्रमाण पत्र प्राप्त हुए हैं। महिला सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित किया गया है।’’ कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद थे। इस दौरान विभिन्न परियोजनाओं की शुरुआत की गई।
शिंदे ने कहा कि गढ़चिरौली में स्थापित किए जा रहे एक इस्पात संयंत्र ने 4000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान किया है तथा प्रस्तावित दूसरा इस्पात संयंत्र स्थापित होने पर 20,000 और नौकरियां पैदा होंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘गढ़चिरौली में नक्सली गतिविधियां काफी कम हो गई हैं और राज्य सरकार जिले को नक्सली हिंसा से मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।’’
शिंदे ने कहा कि केंद्र सरकार राज्य की कल्याणकारी योजनाओं के लिए वित्तीय सहायता दे रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पिछली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार ने अहंकार के कारण सहायता के लिए केंद्र से संपर्क नहीं किया।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता अजित पवार ने दो जुलाई को उपमुख्यमंत्री और छगन भुजबल समेत आठ अन्य विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। शिंदे ने दावा किया कि राकांपा नेता अजित पवार के उपमुख्यमंत्री के रूप में शामिल होने से महाराष्ट्र के विकास में तेजी आएगी।
कार्यक्रम में अजित पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से प्रगति कर रहा है। पवार ने कहा कि वह और उनके राकांपा सहयोगी प्रधानमंत्री मोदी के विकास और प्रगति के दृष्टिकोण का समर्थन करने के लिए शिंदे सरकार में शामिल हुए हैं।
भाषा आशीष माधव
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