नयी दिल्ली, 17 फरवरी (भाषा) महाराष्ट्र में महाविकास आघाडी सरकार के एक मुख्य समर्थक राजू शेट्टी नीत स्वाभिमानी शेतकारी संगठन ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को एक पत्र लिखा है। इसमें यह दावा किया गया है राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नक्शे कदम पर चल रही है और उसने भूमि अधिग्रहण कानून के तहत किसानों को मुआवजे की राशि घटा दी है।
राहुल को लिखे पत्र में कहा गया है, ‘‘क्या कांग्रेस की नीतियां बदल गई हैं या क्या महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता आपकी अब नहीं सुन रहे हैं। ’’
कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट के नेतृत्व में महाराष्ट्र राजस्व मंत्रालय ने 14 जनवरी को एक अधिसूचना जारी कर गैर-कृषि भूमि के अधिग्रहण के लिए किसानों को मुआवजे की राशि घटा दी थी। अधिसूचना के जरिए इस तरह की भूमि का बाजार मूल्य भी 20 प्रतिशत घटा दिया गया था।
शेट्टी ने राहुल से महाराष्ट्र सरकार को भूमि अधिग्रहण कानून के मुआवजा नियमों में किये गये बदलावों को तत्काल प्रभाव से वापस लेने का निर्देश देने का आग्रह किया है।
उन्होंने राहुल को याद दिलाया कि मेधा पाटकर, उल्का महाजन जैसे सक्रियतावादियों और अन्य ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार द्वारा प्रस्तावित भूमि अधिग्रहण कानून का विरोध किया था, जिसे बाद में संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद उपयुक्त रूप से संशोधित किया गया था।
शेट्टी ने कहा कि मोदी ने 2014 में केंद्र की सत्ता में आने के बाद उद्योगपतियों के पक्ष में भूमि अधिग्रहण कानून के प्रावधानों को हल करने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा कि किसान संगठनों के कड़े विरोध के बाद इस कदम को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया और केंद्र ने तब कानून के प्रावधानों में छूट देना राज्य सरकारों के लिए छोड़ दिया।
पश्चिमी महाराष्ट्र के एक प्रमुख किसान नेता शेट्टी ने कहा, ‘‘भूमि अधिग्रहण के लिए मुआवजे को आधा करने का फैसला करने के रुख से ऐसा प्रतीत होता है कि महाराष्ट्र सरकार मोदी सरकार का समर्थन कर रही है। ’’
भाषा
सुभाष पवनेश
पवनेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.