छत्रपति संभाजीनगर, 12 मार्च (भाषा) महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय ने विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए एक अभिनव तरीका अपनाया है। इसके तहत उस कक्षा को सम्मान ध्वज से नवाजा जाता है जिसके विद्यार्थियों की उपस्थिति सबसे अधिक होती है।
इसके बाद स्कूल बैंड द्वारा बजाए जाने वाले संगीत के बीच विद्यार्थियों को उनकी कक्षा तक ले जाकर उन्हें और भी विशेष महसूस कराया जाता है।
छत्रपति संभाजीनगर शहर से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित जिले की फुलंबरी तहसील के किंगगांव में जिला परिषद स्कूल ने यह अनूठी पद्धति विकसित की है। इसके अधिकारियों का कहना है कि इससे उपस्थिति में लगभग 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
प्रधानाध्यापक महेंद्र कुंवर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “ जिला परिषद द्वारा संचालित इस स्कूल में कुल 108 छात्र पढ़ते हैं। वे किंगांव ग्राम और आस-पास की बस्तियों से आते हैं। कुछ छात्र सुबह प्रार्थना सभा में नहीं आ पाते थे और तब पहुंचते थे जब कक्षाएं शुरू हो चुकी होती थीं। वे प्रार्थना और उस समय दी जाने वाली महत्वपूर्ण जानकारी से वंचित रह जाते थे।”
उन्होंने कहा, ‘इसलिए, हमने तीन महीने पहले यह पहल शुरू की थी, जिसमें हमने सभा के समय कक्षा के विद्यार्थियों की हाजिरी लेनी शुरू की थी। अगर किसी विशेष कक्षा में छात्रों की संख्या अधिकतम पाई जाती है, तो उस कक्षा को उस दिन ‘उपस्थिति ध्वज’ से सम्मानित किया जाता है।’
प्रधानाध्यापक ने बताया, ‘हमारे स्कूल में एक छोटा सा बैंड है। बैंड उस कक्षा के छात्रों को संगीत की धुन के बीच कक्षा में ले जाता है। फिर उपस्थिति ध्वज को पूरे दिन के लिए उस कक्षा के सामने रखा जाता है।’
उनके अनुसार, इस कवायद से उपस्थिति में सुधार हुआ है और यह 98 प्रतिशत तक पहुंच गयी है।
भाषा नोमान माधव
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