भंडारा, 31 मार्च (भाषा) महाराष्ट्र के भंडारा जिले के एक गांव के पास खेत में सोमवार सुबह बाघ के हमले में मारे गए किसान का अधखाया शव मिला। इस घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने वन विभाग कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने यह जानकारी दी।
मृतक किसान की पहचान डकराम गोपीचंद देशमुख (40) के रूप में हुई है, जो लाखांदुर तहसील के खैरी/पट गांव का निवासी था।
अधिकारियों ने बताया कि मृतक के परिजनों ने मामले की सूचना लाखांदूर पुलिस और वन विभाग को दी। इसके बाद देशमुख की तलाश शुरू की गई और सोमवार की सुबह खेत से उनका अधखाया शव कब्जे में लिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल के पास बाघ के पंजों के निशाने मिले हैं।
इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने स्थानीय वन विभाग कार्यालय के बाहर धरना दिया। उन्होंने बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाने और मृतक किसान के परिवार को मुआवजा देने की मांग की।
पिछले एक महीने से अधिक समय से गवराला, डांबेविरली, तेंबरी, विहिरगांव, खैरी/पट, असोला, सावरगांव, नांदेड और अन्य गांवों के आसपास बाघ की गतिविधियां देखी जा रही हैं।
पिछले कुछ दिनों में बाघ ने तीन अलग-अलग स्थानों पर मवेशियों को मार डाला था, जिसके बाद वन विभाग ने गश्त बढ़ा दी थी और लोगों को अंधेरे में बाहर न निकलने की सलाह दी थी।
किसान की मौत की जानकारी मिलते ही उप वनसंरक्षक (डीसीएफ) राहुल गवई और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। वहीं, अनुभागीय पुलिस अधिकारी मनोज सिडाम और निरीक्षक सचिन पवार के नेतृत्व में लाखांदुर पुलिस की एक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची।
कांग्रेस विधायक नाना पटोले भी खैरी/पट गांव पहुंचे और देशमुख के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को बाघ को पकड़ने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) संजय मेंढे ने बताया कि वन विभाग ने मृतक किसान के परिजनों को 10 लाख रुपये का चेक सौंप दिया है, जबकि अगले चरण में 15 लाख रुपये और दिए जाएंगे।
मेंढे ने कहा कि वन विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए ट्रैप कैमरे लगाए हैं और बाघों को बेहोश कर पकड़ने के लिए विशेष टीम तैनात की गयी है।
भाषा राखी माधव
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