मुंबई : महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने बृहस्पतिवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें केंद्र सरकार की ‘जन विरोधी’ और ‘किसान विरोधी’ नीतियों के कारण आम आदमी को हो रही समस्याओं का उल्लेख किया गया है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने ईंधन की कीमतों में वृद्धि का विरोध करने के लिए साइकिल से मालाबार हिल्स स्थित हैंगिंग गार्डन्स से राज भवन तक की यात्रा की.
#WATCH | Mumbai: Maharashtra Congress delegation met Governor Bhagat Singh Koshyari today and gave a memorandum against rising inflation and fuel prices. pic.twitter.com/6UAnMjUJnJ
— ANI (@ANI) July 15, 2021
ज्ञापन में कांग्रेस ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान कम से कम 98,000 लोगों की नौकरी चली गई तथा 97 प्रतिशत परिवारों की आय घट गई.
ज्ञापन में कहा गया, ‘जब लोग जीवित रहने के लिए संघर्ष कर रहे थे तब केंद्र सरकार ने ईंधन, रसोई गैस सिलेंडर, खाद्य तेल और अनाज के दाम बढ़ा दिए.’
अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक
दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं
हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.
पार्टी ने कहा कि कोविड-19 संकट के बावजूद टीकाकरण नीति असफल रही है और महाराष्ट्र में टीके की कमी के कारण कई केंद्रों को बंद करना पड़ा है.
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि किसान केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार उन्हें नजरअंदाज कर रही है.