मुंबई, 11 मार्च (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के तीसरे बजट का उद्देश्य राज्य का सर्वांगीण विकास करना है जो कोविड-19 महामारी के प्रभाव के बाद पटरी पर लौटने की राह पर है। ठाकरे ने कहा कि यह बजट राज्य के एक हजार अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में है।
इससे पहले, राज्य का वित्त विभाग संभालने वाले उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने विधानसभा में 2022-23 का बजट पेश किया। पवार ने कहा कि बजट अनुमान के अनुसार, राजस्व प्राप्तियां 4,03,427 करोड़ रुपये और राजस्व व्यय 4,27,780 करोड़ रुपये होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार राजस्व घाटा 24,353 करोड़ रुपये का होगा।
ठाकरे ने विधान भवन प्रेस कक्ष में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बजट प्रस्तावों में परिकल्पित पांच-सूत्रीय विकास कार्यक्रम महाराष्ट्र के एक हजार अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के उद्देश्य को पूरा करेगा। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा आकार है जिसे देश में किसी भी राज्य ने अब तक हासिल नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि कृषि, स्वास्थ्य, मानव संसाधन, परिवहन और उद्योग क्षेत्रों को बजट में ‘बूस्टर डोज’ मिला है। उन्होंने कहा कि बजट आम नागरिकों पर केंद्रित है और समाज के कमजोर वर्गों की रक्षा करता है।
ठाकरे ने कहा कि बजट यह स्पष्ट करता है कि कोविड-19 के प्रकोप और प्राकृतिक आपदाओं से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, राज्य का विकास निरंतर जारी है।
भाषा अमित पवनेश
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