(कैलाश कोरडे)
मुंबई, एक जून (भाषा) देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की सड़कों पर सार्वजनिक वाहनों की सीमित संख्या और कम फेरे की शिकायत के बीच कम से कम 50 नई ‘ओलेक्ट्रा इलेक्ट्रिक’ बसें ऐसी हैं जो अनिवार्य अग्नि सूचना एवं शमन प्रणाली (एफडीएसएस) नहीं होने के कारण बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन (बेस्ट) के शिवाजी नगर डिपो में खड़ी हैं। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि बसों की कुछ श्रेणियों के लिए केंद्रीय मोटर वाहन नियमों के तहत एफडीएफएस अनिवार्य है और ये 50 वाहन दो महीने पहले ताड़देव क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में पंजीकृत होने के बावजूद अग्नि सुरक्षा प्रणाली के अभाव में अब तक सड़कों पर नहीं उतरी हैं।
सूत्रों के मुताबिक, 12 मीटर लंबी ये 50 ई-बसें ‘ओलेक्ट्रा’ की सहायक कंपनी ‘एवे ट्रांस प्राइवेट लिमिटेड’ द्वारा बेस्ट को दी गई हैं।
ये बसें 2,100 इलेक्ट्रिक बसों के एक अनुबंध का हिस्सा हैं।
इन बसों को इस वर्ष 18 मार्च से 16 मई के बीच अलग-अलग तारीखों पर ‘ईडब्ल्यू’ श्रृंखला में ताड़देव आरटीओ में पंजीकृत किया गया था।
सूत्रों ने बताया कि 16 मई के बाद माजस डिपो में खड़ी कुछ बसों को अब भी आरटीओ में पंजीकृत किया जाना है।
एक अधिकारी ने पहचान गुप्त रखते हुए ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘निरीक्षण के दौरान पाया गया कि इन 50 बसों में एफडीएसएस नहीं था। इसलिए उन्हें शिवाजी नगर डिपो में खड़ा किया गया है और इन बसों को वर्तमान में सार्वजनिक परिवहन बेड़े में सक्रिय रूप से शामिल नहीं किया जा सकता।’’
बेस्ट की बड़ी संख्या में बसें पर्याप्त और समय पर प्रतिस्थापन न होने की वजह से कबाड़ बन गयी हैं। इतना ही नहीं बसों की संख्या में कमी और कम फेरों की वजह से यात्रियों में असंतोष बढ़ रहा है।
ऐसे समय में यह समस्या सामने आने से यात्रियों में काफी रोष है।
‘ओलेक्ट्रा’ के प्रवक्ता ने पिछले महीने ‘पीटीआई-भाषा’को दिए जवाब में बताया था कि उनकी कंपनी आमतौर पर अपने विनिर्माण संयंत्र में एफडीएसएस लगाती है, लेकिन बाजार में इसकी कमी की वजह से समस्या आ रही है।
प्रवक्ता ने बताया कि एफडीएसएस लगाना आसान है और इसलिए कंपनी ने इन बसों को बेस्ट के डिपो में भेज दिया, ताकि पंजीकरण और अन्य औपचारिकताओं में तेजी लाई जा सके।
प्रवक्ता ने बताया, “हमें जून के पहले पखवाड़े में एफडीएसएस मिलने की उम्मीद है। फिलहाल बेस्ट डिपो में 50 बसें हैं, और तुरंत अग्नि सुरक्षा प्रणाली को लगाने के लिए 20 दिनों में एफडीएसएस की आपूर्ति की उम्मीद है। ‘ओलेक्ट्रा’ बेस्ट द्वारा तय समयसारिणी के तहत बसों की आपूर्ति करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”
भाषा जितेंद्र धीरज
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