पुणे, चार फरवरी (भाषा) साल 2020 में हुई महाराष्ट्र शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में असफल रहे 290 से अधिक उम्मीदवारों को परीक्षा परिणाम आने के चार महीने बाद पासिंग सर्टिफिकेट जारी किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को यहां यह जानकारी दी।
पुणे पुलिस फिलहाल टीईटी -2020 के परीक्षा परिणामों में कथित गड़बड़ी की जांच कर रही है और अब तक एक आईएएस अधिकारी सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘जांच से पता चला है कि टीईटी पास नहीं करने वाले 293 उम्मीदवारों को परीक्षा परिणाम घोषित होने के चार महीने बाद पासिंग सर्टिफिकेट दिया गया।’’
जांच के दौरान, पुलिस ने पहले पाया था कि 7,800 उम्मीदवारों के अंकों में कथित रूप से हेरफेर किया गया था और पैसे के बदले उन्हें बदल दिया गया था।
पिछले हफ्ते पुलिस ने मामले के सिलसिले में आईएएस अधिकारी सुशील खोडवेकर को ठाणे से गिरफ्तार किया था।
उनसे पहले, महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद (एमएससीई) के आयुक्त (अब निलंबित) तुकाराम सुपे, परीक्षा आयोजित करने के लिये जिम्मेदार फर्म जीए सॉफ्टवेयर के निदेशक प्रीतेश देशमुख और शिक्षा विभाग में सलाहकार अभिषेक सावरीकर को गिरफ्तार किया गया था।
भाषा दिलीप उमा
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