गोरखपुर (उप्र), 18 नवंबर (भाषा) गोरखपुर मंडल के महराजगंज जिले में पराली जलाने की बढ़ती घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन ने एक लेखपाल को निलंबित कर दिया है और स्थिति को नियंत्रित करने में विफल रहने के लिए चार उप जिलाधिकारियों और 12 थाना प्रभारियों को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किया है।
अधिकारियों के मुताबिक सोमवार को जिले में पराली जलाने के 31 नए मामले सामने आने के बाद यह कार्रवाई की गई है।
जिलाधिकारी सतेंद्र कुमार शर्मा ने मंगलवार को बताया कि पराली जलाने की घटनाओं की निगरानी में लापरवाही और ऐसी घटनाओं को रोकने में विफलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि लापरवाही बरतने के आरोप में चुंगी क्षेत्र के लेखपाल अरुण कुमार को निलंबित कर दिया गया है जबकि राजस्व, पुलिस, पंचायत और कृषि विभाग के अधिकारियों से उनकी चूक के बारे में स्पष्टीकरण मांगा गया है।
शर्मा ने बताया कि श्यामदेउरवा, घुघली, सदर, कोल्हुई, पनियरा, चौक, निचलौल, नौतनवा, बृजमनगंज और बघौचघाट के उप जिलाधिकारियों और थानाध्यक्षों को भी नोटिस जारी कर उन्हें नियमों का बेहतर पालन करने की चेतावनी दी गई है।
अधिकारियों ने बताया कि जिले में इस सत्र में पराली जलाने के 285 मामले दर्ज किये गये हैं। यह उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक है।
उन्होंने बताया कि पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण अधिनियम के तहत कुल 3.4 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। प्रशासन नियमों का उल्लंघन करने वाली कंबाइन हार्वेस्टर मशीनों को भी जब्त करने जा रहा है।
जिलाधिकारी शर्मा ने किसानों से पराली नहीं जलाने और अवशेष प्रबंधन के लिए सरकार द्वारा प्रदान की गई मशीनरी और योजनाओं के इस्तेमाल का आग्रह किया है।
भाषा सं. सलीम मनीषा धीरज
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