scorecardresearch
Sunday, 19 May, 2024
होमदेशकर्नाटक स्थित पेजावर मठ के महंत ने सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी के लिए उदयनिधि की आलोचना की

कर्नाटक स्थित पेजावर मठ के महंत ने सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी के लिए उदयनिधि की आलोचना की

Text Size:

मंगलुरु, चार सितंबर (भाषा) कर्नाटक के उडुपी स्थित प्रतिष्ठित पेजवार मठ के महंत स्वामी विश्वप्रसन्ना तीर्थ ने सोमवार को तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म का उन्मूलन करने संबंधी टिप्पणी पर ‘आश्चर्य’ व्यक्त किया।

एक बयान में उन्होंने कहा कि ‘सनातन’ का अभिप्राय ‘शाश्वत’ है। धर्म यह सुनिश्चित करता है कि समाज के सभी लोग खुशी के लिए प्रयास करें। महंत ने कहा, सनातन धर्म का सार समाज में सभी की भलाई के लिए प्रयास करना है।

पेजावर मठ के मंहत ने कहा, ‘‘हमें अपनी कड़ी मेहनत से खुशी मिल सकती है। इससे हमारे पड़ोसियों को भी असुविधा नहीं होनी चाहिए। हमारे प्रयास इस प्रकार के होने चाहिए जिससे दूसरों को भी खुशी मिले। यही सनातन धर्म का सार है।’’

उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि लोग सनातन धर्म का कैसे विरोध कर सकते हैं और उसके उन्मूलन की बात कर सकते हैं।

स्वामी विश्वप्रसन्ना तीर्थ ने कहा, ‘‘जो लोग सनातन धर्म के उन्मूलन की बात कर रहे हैं वे समाज में शांति नहीं चाहते। हम इस बयान और मानसिकता की कड़ी निंदा करते हैं।’’

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने एक कार्यक्रम में कथित तौर पर कहा था कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय के खिलाफ है और इसका उन्मूलन किया जाना चाहिए।

तमिलनाडु प्रगतिशील लेखक एवं कलाकार संघ की शनिवार को यहां आयोजित बैठक को तमिल में संबोधित करते हुए उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म का उल्लेख ‘सनातम’ के तौर पर किया था।

भाषा धीरज माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments