इंदौर, छह अप्रैल (भाषा) मध्यप्रदेश के इंदौर के पास स्थित राष्ट्रीय वाहन परीक्षण पथ (नेट्रैक्स) ने गाड़ियों के दम-खम को अलग-अलग मानकों पर परख कर वित्त वर्ष 2021-22 में 22 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया। इसके राजस्व में वित्त वर्ष 2020-21 के मुकाबले 70 प्रतिशत का बड़ा उछाल दर्ज किया गया है।
केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय के तहत आने वाले ‘नेशनल ऑटोमोटिव टेस्टिंग एंड आर एंड डी इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट’ (नैट्रिप) के अतिरिक्त निदेशक एन. करुपैय्या ने बुधवार को ‘‘पीटीआई-भाषा’’ को बताया कि कोविड-19 के भीषण प्रकोप वाले वित्त वर्ष 2020-21 में नेट्रैक्स ने 13 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया था।
उन्होंने बताया कि वाहनों को बाजार में उतारने से पहले ऑटोमोबाइल कंपनियां इन्हें नेट्रैक्स के 14 विशेष पथों पर अलग-अलग पैमानों पर परखती हैं।
करुपैय्या ने बताया, ‘हम निजी और वाणिज्यिक उपयोग के वाहनों के साथ ही एम्बुलेंस, ट्रैक्टर और बिजली से चलने वाली गाड़ियों का भी नेट्रैक्स पर परीक्षण कर रहे हैं।’
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय ने इंदौर से 40 किलोमीटर दूर पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में करीब 1,320 करोड़ रुपये की लागत से बने नेट्रैक्स की 2018 में औपचारिक शुरुआत की थी।
नेट्रैक्स 2,960 एकड़ ज़मीन पर फैला है और सरकार इसे एशिया में अपनी तरह का सबसे बड़ा वाहन परीक्षण पथ बताती है।
भाषा हर्ष नोमान
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