सागर (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को सागर जिले के जैसनगर का नाम बदलकर ‘जय शिवनगर’ करने की घोषणा की. इस अवसर पर उन्होंने ‘मुख्यमंत्री अन्न सेवा जागरूकता’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
सीएम यादव ने क्षेत्र के लिए लगभग 200 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी किया. इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने सिटी गैस वितरण योजना के लिए “सिंगल विंडो पोर्टल” का शुभारंभ किया, जिसका उद्देश्य ऊर्जा क्षेत्र में व्यापक बदलाव लाना है.
जैसीनगर का नाम 'जय शिवनगर' करने की घोषणा करता हूं…
आज परम श्रद्धेय पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती के अवसर पर सागर जिले के जैसीनगर में अन्न सुरक्षा संकल्प समारोह अंतर्गत सिंगल क्लिक के माध्यम से "मुख्यमंत्री अन्न सेवा जागरूकता कार्यक्रम" का शुभारंभ तथा लगभग ₹200 करोड़ की… pic.twitter.com/noK9ivoorl
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 25, 2025
सीएम यादव ने एक्स पर पोस्ट में कहा, “मैं जैसनगर का नाम बदलकर ‘जय शिवनगर’ करने की घोषणा करता हूँ… आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर, मैंने सागर जिले के जैसनगर में अन्न सुरक्षा संकल्प समारोह के तहत ‘मुख्यमंत्री अन्न सेवा जागरूकता’ कार्यक्रम का उद्घाटन किया और लगभग 200 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया. साथ ही, स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने की दिशा में सिटी गैस वितरण योजना के लिए सिंगल विंडो पोर्टल का शुभारंभ भी किया.”
सरकार ने सिटी गैस वितरण नीति 2025 लागू की है, जिसके तहत पाइपलाइन के माध्यम से सभी जिलों में पाइप्ड नेचुरल गैस कनेक्शन उपलब्ध कराए जाएंगे. वाहन संचालन के लिए सीएनजी स्टेशन भी स्थापित किए जाएंगे ताकि हर घर को स्वच्छ और किफायती ईंधन मिल सके. राज्य का उद्देश्य निवेश आकर्षित करना और मध्य प्रदेश को हरित ऊर्जा में अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करना है.
सिंगल विंडो पोर्टल के माध्यम से सभी अनुमोदन और क्लियरेंस आसानी से किए जा सकेंगे, जिसमें सीएनजी स्टेशन संचालन के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट और पाइपलाइन लगाने की अनुमति शामिल हैं. जिला कलेक्टर पोर्टल के माध्यम से ये अनुमतियाँ जारी करेंगे. आवेदनकर्ता जिला स्तर पर आवेदन कर सकते हैं, एनओसी 60 दिन में जारी होंगे और कुल अनुमोदन 77 दिन में प्राप्त हो जाएगा.
पीएनजी सीधे उपभोक्ताओं के घर तक पाइपलाइन के जरिए उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे रसोई और अन्य घरेलू उपयोग के लिए गैस की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित होगी. इससे बार-बार सिलेंडर बुकिंग और रीफिलिंग की झंझट भी समाप्त होगी. पीएनजीसिलेंडरों की तुलना में सुरक्षित है, क्योंकि यह हवा से हल्का है और रिसाव होने पर जल्दी फैल जाता है, जिससे आग लगने का जोखिम कम होता है.
सीएनजी आज उपलब्ध सबसे स्वच्छ ईंधनों में से एक है और डीजल-पेट्रोल की तुलना में वायु प्रदूषण कम करता है. इस नेटवर्क की स्थापना से बड़े पैमाने पर पूंजी निवेश और जिले में स्थानीय रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे.