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Saturday, 29 June, 2024
होमदेशछाता सुधारने वाली दुर्गा बाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दी 50 हजार रुपए की सहायता

छाता सुधारने वाली दुर्गा बाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दी 50 हजार रुपए की सहायता

मुख्यमंत्री चौहान ने उन्हें देखते ही उनके पास पहुंचे. मुख्यमंत्री ने दुर्गाबाई से उनका हाल-चाल पूछा. दुर्गावाई वंशकार ने अपनी जीविका उपार्जन की पीड़ा मुख्यमंत्री को बताई.

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज विदिशा के रेलवे स्टेशन माधवगंज पर इंदौरी पान भंडार की दुकान पहुंचे. दुकान के समीप लुंहागी मोहल्ला निवासी दुर्गाबाई वंशकार छाता मरम्मत का कार्य कर रही थी.

मुख्यमंत्री चौहान ने उन्हें देखते ही उनके पास पहुंचे. मुख्यमंत्री ने दुर्गाबाई से उनका हाल-चाल पूछा. दुर्गावाई वंशकार ने अपनी जीविका उपार्जन की पीड़ा मुख्यमंत्री को बताई.

मुख्यमंत्री चौहान ने दुर्गाबाई वंशकार को स्वेच्छानिधि से रोजगार के लिए 50 हजार रूपये की अनुदान सहायता राशि तत्काल देने के निर्देश दिए.

मुख्यमंत्री के निर्देश का पालन करते हुए कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने पचास हजार रूपये का चेक दुर्गाबाई पत्नि मुकेश वंशकार को सौंपा. दुर्गाबाई ने मुख्यमंत्री को बताया कि लाड़ली बहना के 1000 रूपये मिल रहे हैं. पहले 600 रूपये पेंशन मिलती थी अब 1000 रूपये मिल रहे हैं.

इसे पहले मुख्यमंत्री शिवराज ने महिलाओं सुरक्षा की ज़रूरत पर बल देते हुए कहा कि जब तक हम बहन-बेटी को समाज में बराबरी पर लाकर नहीं खड़ा कर देते, तब तक हम चैन की सांस नहीं लेंगे.

ऑपरेशन मुस्कान जैसे महिला सुरक्षा के लिए संचालित किए जाने वाले अभियानों को निरंतर चलाने की आवश्यकता है. अभिमन्यु अभियान महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना विकसित करने और बच्चों व युवाओं में संस्कार विकसित करने में सहायक होगा.

लाडली लक्ष्मी योजना से लेकर लाडली बहना तक महिलाओं के आत्मबल को बढ़ाने के लिये जो कार्यक्रम किए जा सकते हैं, वे सभी उन्होंने किये है. प्रदेश में महिलाओं को नौकरियों में आरक्षण के साथ पंचायती राज संस्थाओं में सहभागिता भी सुनिश्चित की है. बेटियों के मान सम्मान के साथ प्रदेश के वातावरण को उनके लिये सुरक्षित बनाने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं. जब बेटियों के हाथ में डंडा होता है, तो बाकी मौजूद बेटियां स्वयं को सुरक्षित समझती हैं, उनका आत्मबल भी बढ़ता है.

मध्यप्रदेश में ही महिला अपराधों को नियंत्रित करने के लिये दुष्कर्मियों को फांसी की सजा का प्रावधान किया गया है. प्रदेश में “ऊर्जा महिला हैल्प डेस्क” की बेटियों को प्रदाय की गई स्कूटियां निश्चित ही महिला अपराध रोकथाम में सहायक होंगी.


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