लखनऊ: राज्य की राजधानी के कृष्णानगर इलाके के दामोदरनगर में पेशे से 32 वर्षीय वकील शिशिर त्रिपाठी की हत्या मामले में कृष्णानगर थाने के इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है. वही मृतक शिशिर के भाई ने पांच आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. जिसमें से मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं दूसरे फरार आरोपियों की तलाश जारी है.
वहीं मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि चार अन्य के लिए छापेमारी कर रही है. मामले में एक पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया है. वहीं पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.
त्रिपाठी की कल देर रात ईंट-पत्थर से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी जिसके बाद से वकीलों का शहर में लगातार हंगामा जारी है और सरकार से आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं.
पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) सुरेश चंद्र रावत ने बताया कि सोमवार रात कुछ अज्ञात लोग वकील शिशिर त्रिपाठी (32) को घर से बुला कर ले गये, बाद में कुछ दूरी पर उनका शव पड़ा मिला. वकील की हत्या के सिलसिले में पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने मामले में एक आरोपी विनायक ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है. अन्य लोगों की तलाश के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि मामले को गंभीरता से लेते हुये कृष्णानगर थाने के प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है. मामले की जांच के लिये टीमें गठित कर 24 घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार करने को कहा गया है.
हत्या के बाद आज दोपहर शिशिर के शव का पोस्टमार्टम किया गया जिसके बाद अधिवक्ता शिशिर के शव को लेकर जिला कचहरी पहुंचे और वहां जमकर हंगामा किया. वकीलों ने कचहरी के आसपास रास्ता जाम करने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने किसी तरह से समझा बुझा कर मामला शांत कराया.
प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गये हैं और मामले पर नजर रखे हुये हैं. कचहरी के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
अपराधियों में नहीं रहा कानून का भय: कांग्रेस
यूपी कांग्रेस चीफ अजय कुमार लल्लू ने कहा कि लखनऊ अपराध की राजधानी बन चुकी है. आए दिन हत्या आम बात हो गयी है. बीती रात को ही युवा अधिवक्ता शिशिर त्रिपाठी की जिस निर्ममता के साथ हत्या की गयी है उससे लगता है कि हमारी प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गयी है. अभी एक सप्ताह पहले ही एक अधिवक्ता की चाकुओं से गोद कर हत्या हो चुकी थी, मृतक वकील ने हत्या से पहले पुलिस से गुहार भी लगायी थी कि उसके साथ कोई भी घटना घटित हो सकती है और एक सप्ताह के अन्दर ही यह दूसरी घटना स्तब्ध करने वाली है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जितिन प्रसाद समेत यूपी कांग्रेस के एक प्रतिनिधि मंडल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की.
राजनीति गरमाने लगी है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर पीड़ित परिवार के साथ खड़े होने की बात करते हुए राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है. वहीं कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात कर इसे राज्य की कानून व्यवस्था की नाकामी करार दिया है.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर परिवार के साथ खड़े होने की बात कर उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है.
Paying my last respects to the lucknow lawyer Shishir Tripathi (32)who was brutally murdered. Instead of harassing innocent citizens and students CM UP needs to act against the perpetrators behind this murder. pic.twitter.com/tVPkSoN4lN
— Jitin Prasada (@JitinPrasada) January 8, 2020
वहीं कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर और सीएम योगी से हत्याकांड में शामिल लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
उन्होंने ट्वीट कर कह है कि बावजूद इसके सरकार छात्रों और सामान्य नागिरकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांगी की है.
(संवाददाता प्रशांत श्रीवास्तव और न्यूज एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ)