लखनऊ, 22 मई (भाषा) उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने लखनऊ के एक अस्पताल में 14 अप्रैल को लगी आग की जांच करने वाली समिति द्वारा की गई सुरक्षा सिफारिशों को लागू करने का बृहस्पतिवार को आदेश दिया।
लोकबंधु राजनारायण संयुक्त अस्पताल में लगी भीषण आग से अफरातफरी मच गई थी और करीब 200 मरीजों को अस्पताल से बाहर निकालना पड़ा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थिति का जायजा लिया था, जबकि पाठक भी निरीक्षण के लिए घटनास्थल पर पहुंचे।
उप मुख्यमंत्री पाठक के कार्यालय से जारी बयान के अनुसार, लोकबंधु राजनारायण संयुक्त अस्पताल में 14 अप्रैल को लगी आग की जांच करने वाली समिति ने राज्य के सभी अस्पतालों के लिए कई जरूरी अग्नि सुरक्षा उपायों की सिफारिश की है, जिसमें नियमित ‘मॉक ड्रिल’, बेहतर ‘वेंटिलेशन सिस्टम’ और अग्निशमन बुनियादी ढांचे की उचित स्थापना शामिल है।
समिति के मुख्य सुझावों में सभी अस्पतालों में मानकों के अनुसार अग्निशमन प्रणालियां स्थापित करने, सीढ़ियों और रैंप में प्राकृतिक और सकारात्मक दबाव विधियों के माध्यम से पर्याप्त धुआं वेंटिलेशन और निकासी मार्गों को अवरोधों से मुक्त रखने के लिए कहा गया है।
समिति ने कहा, ‘‘प्राकृतिक वेंटिलेशन बनाए रखने के लिए अस्पताल परिसर के भीतर खुले क्षेत्रों को फाइबर शीट, टिन शेड या ग्लास पैनल से नहीं घेरा जाना चाहिए। इसने फायर अलार्म, धुआं और आग का पता लगाने वाले उपकरण, निकासी चिह्न और मरीजों और परिचारकों के लिए रहने की जगह की स्थापना की भी सलाह दी।’’
रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि अस्पताल नियमित अंतराल पर अग्नि निकास मॉक ड्रिल आयोजित करें, जिसमें सभी कर्मियों की भागीदारी, मरीजों के लिए सुरक्षित निकासी प्रक्रिया और अग्निशमन तत्परता की समीक्षा शामिल हो।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कर्मचारियों को अग्निशमन उपकरण संचालित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए और अस्पतालों को केंद्र सरकार और अग्निशमन विभाग द्वारा जारी अग्नि सुरक्षा दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करना चाहिए।
बयान के अनुसार, उप मुख्यमंत्री पाठक ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के प्रमुख सचिव को सभी राज्य चिकित्सा केंद्रों में सिफारिशों को लागू करने का निर्देश दिया।
पाठक ने इससे पहले लोकबंधु अस्पताल में आग लगने के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक के अधीन पांच सदस्यीय समिति के गठन का आदेश दिया था।
भाषा जफर आशीष
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