मुंबई (महाराष्ट्र): लाउडस्पीकर विवाद के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पुलिस को आदेश दिया है कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए किसी की इजाजत का इंतजार न करें.
ठाकरे ने मौजूदा स्थिति को देखते हुए राज्य में कानून व्यवस्था की हालात की समीक्षा के लिए मंगलवार को गृहमंत्री दिलीप वालसे पाटिल के साथ बैठक की.
मुख्यमंत्री ने आदेश दिया कि पुलिस कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हरसंभव उपाय करे और किसी के आदेश का इंतजार न करे. ठाकरे ने आगे महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक रजनीश सेठ के साथ टेलीफोन पर बातचीत की.
महाराष्ट्र के गृह विभाग ने बताया कि खुफिया जानकारी मिली है कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने के लिए दूसरे राज्यों से लोग महाराष्ट्र आ सकते हैं.
महाराष्ट्र के डीजीपी ने बताया कि राज्य में 15,000 से अधिक लोगों के खिलाफ निवारक कार्रवाई की गई है.
डीजीपी रजनीश सेठ ने कहा, ‘आज गृह मंत्री ने कानून व्यवस्था की स्थिति के संबंध में एक समीक्षा बैठक की. महाराष्ट्र पुलिस किसी भी तरह की कानून व्यवस्था की स्थिति से निपटने में सक्षम है. राज्य में एसआरपीएफ (महाराष्ट्र राज्य रिजर्व पुलिस बल) और होमगार्ड तैनात किए गए हैं. मैं सभी से शांति बनाए रखने के लिए अपील करता हूं.’
उन्होंने कहा, ‘हमने बड़ी संख्या में नोटिस दिए हैं. 15,000 से अधिक लोगों के खिलाफ निवारक कार्रवाई की गई है. सीआरपीसी की धारा 149 के तहत 13,000 से अधिक लोगों को नोटिस दिया गया है.’
मस्जिदों में लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल को लेकर चल रहे राजनीतिक विवाद के बीच, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने रविवार को कहा था कि अगर लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए तो हनुमान चालीसा अजान की तुलना में दोगुनी आवाज में बजायी जाएगी.
औरंगाबाद के सांस्कृतिक मंडल मैदान में एक सभा को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा था, ‘आज महाराष्ट्र (महाराष्ट्र दिवस) का पहला दिन है. मैं अब से चौथे दिन से नहीं सुनूंगा. हम जहां भी लाउडस्पीकर देखेंगे, हम लाउडस्पीकर के सामने डबल वॉल्यूम में हनुमान चालीसा का भी जाप करेंगे.’
उन्होंने यह भी घोषणा की थी कि वह मराठवाड़ा, विदर्भ और अन्य शहरों में भी और रैलियां करेंगे.
इस बीच, औरंगाबाद में मनसे प्रमुख राज ठाकरे और एक सार्वजनिक रैली के आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, जहां ठाकरे ने 1 मई को भाषण दिया था. पुलिस ने उनकी सार्वजनिक रैली के वीडियो देखने के बाद मामला दर्ज किया था.
लाउडस्पीकरों का विवाद तब शुरू हुआ जब 12 अप्रैल को मनसे प्रमुख ने महाराष्ट्र सरकार को 3 मई के भीतर मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग करते हुए एक अल्टीमेटम दिया, जिसमें विफल रहने पर, उन्होंने चेतावनी दी, मनसे कार्यकर्ता लाउडस्पीकर के बदले में हनुमान चालीसा बजाएंगे.