तिरुवनंतपुरम, 20 अप्रैल (भाषा) केरल के आबकारी मंत्री एमबी राजेश ने रविवार को कहा कि फिल्म उद्योग में हर किसी को अभिनेत्री विंसी अलोशियस की तरह यह ‘‘साहसिक रुख’’ अपनाना चाहिए कि वे मादक द्रव्यों का इस्तेमाल करने वालों के साथ काम नहीं करेंगे।
राजेश ने अभिनेत्री के ‘‘साहसिक और दृढ़’’ रुख की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह सुनिश्चित करना फिल्म उद्योग एवं उससे जुड़े संगठनों की जिम्मेदारी है कि विंसी जैसे लोगों को उनके द्वारा अपनाए रुख के कारण अलग-थलग या दरकिनार न किया जाए।
मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने विंसी अलोशियस से बात की। मैंने उनके द्वारा अपनाए गए इस साहसिक और दृढ़ रुख के लिए उनकी प्रशंसा की कि वे नशीले पदार्थों का उपयोग करने वालों के साथ काम नहीं करेंगी। फिल्म उद्योग में हर किसी को आगे आकर इस रुख को अपनाने के लिए तैयार रहना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह सुनिश्चित करना फिल्म उद्योग और विभिन्न सिनेमा संगठनों की जिम्मेदारी है कि ऐसे लोगों को उनके द्वारा अपनाए गए रुख के कारण अलग-थलग या दरकिनार न किया जाए।’’
मंत्री ने कहा कि विंसी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह अपने द्वारा लगाए गए आरोपों से जुड़ी जांच में सहयोग करेंगी और वह हर आवश्यक जगह पर अपना बयान देने के लिए तैयार हैं।
राजेश ने दोहराया कि राज्य पुलिस एवं आबकारी विभाग नशीले पदार्थों के खतरे से निपटने की कोशिश कर रहे हैं और किसी भी क्षेत्र को कोई विशेष छूट नहीं दी जाएगी।
मंत्री ने कहा, ‘‘न तो सिनेमा क्षेत्र और न ही मशहूर हस्तियों को इस मामले में कोई विशेष छूट दी जाएगी, क्योंकि नशीले पदार्थों के उपयोग को एक सामाजिक बुराई के रूप में देखा जा रहा है। इससे सख्ती से निपटा जाएगा। जैसा कि मैंने पहले भी कहा है, इसे सख्ती से खत्म किया जाएगा।’’
मलयालम फिल्मों की अभिनेत्री विंसी ने ‘केरल फिल्म चैंबर’ और ‘एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स’ (एएमएमए) में शिकायत दर्ज कराई थी कि मलयालम फिल्म अभिनेता शाइन टॉम चाको ने एक फिल्म के सेट पर नशीले पदार्थों का सेवन कर उनके साथ ‘‘आपत्तिजनक व्यवहार” किया। हालांकि, उन्होंने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
भाषा
सिम्मी पारुल
पारुल
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