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Sunday, 22 December, 2024
होमदेशदरभंगा ब्लास्ट मामले पर NIA ने चार्जशीट में कहा- ट्रेन में आग लगाना चाहता था लश्कर, सो रहे यात्री थे निशाने पर

दरभंगा ब्लास्ट मामले पर NIA ने चार्जशीट में कहा- ट्रेन में आग लगाना चाहता था लश्कर, सो रहे यात्री थे निशाने पर

बिहार के दरभंगा स्टेशन पर 17 जून को हुए धमाके के मामले में दायर चार्जशीट में कहा गया है कि लश्कर के गुर्गे पाकिस्तान में बैठे एक हैंडलर के इशारे पर काम कर रहे थे.

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नई दिल्ली: दरभंगा स्टेशन पर जून में हुए धमाके के मामले में दायर चार्जशीट में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कहा है कि लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आतंकियों ने ‘लंबी दूरी की एक ट्रेन में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) के जरिये आग लगाने की योजना बनाई ताकि उसमें सफर कर रहे तमाम निर्दोष नागरिक मारे जाएं.

एनआईए के सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि गुरुवार को दायर आरोपपत्र में कहा गया है कि आरोपी पाकिस्तान में बैठे लश्कर के एक हैंडलर हफीज इकबाल उर्फ इकबाल काना के इशारों पर काम कर रहे थे.

गौरतलब है कि इस साल 17 जून को सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस ट्रेन में सिकंदराबाद, तेलंगाना से भेजा गया महिलाओं के कपड़ों वाला एक पार्सल बिहार के दरभंगा स्टेशन पर उतारते समय फट गया था. हालांकि, इस घटना में कोई भी घायल नहीं हुआ और क्षतिग्रस्त पार्सल में तरल पदार्थ वाली एक बोतल पड़ी मिली थी.

इस केस में चार लोगों- मोहम्मद नासिर खान, इमरान मलिक, सलीम अहमद और कफील अहमद की गिरफ्तारी हुई है. एनआईए अधिकारियों ने बताया कि चार्जशीट में इन चारों के साथ-साथ उनके कथित हैंडलर इकबाल काना का भी नाम है, जो अभी लाहौर, पाकिस्तान में रह रहा है.

चार्जशीट में आईपीसी के तहत साजिश, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की धाराएं लगाई गई हैं.

गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने 14 दिसंबर को लोकसभा को बताया था कि ‘दरभंगा रेलवे स्टेशन पर बम विस्फोट के पीछे विदेश में सक्रिय आतंकवादी समूह का हाथ’ था.


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‘धमाके के लिए रसायन स्थानीय स्तर पर खरीदे गए’

एनआईए के एक सूत्र के मुताबिक, मोहम्मद नासिर खान और इमरान मलिक ने ‘स्थानीय स्तर पर खरीदे गए केमिकल का उपयोग करके आग लगाने वाला एक आईईडी बनाया था और इसे कपड़ों के पार्सल में रख दिया था.’

सूत्र ने कहा, ‘यह सब पाकिस्तान में बैठे लश्कर के सदस्य हफीज इकबाल के निर्देश पर किया गया. पार्सल सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस में बुक कराया गया था, जो रात में वहां से चलती है. साजिश यह थी कि आईईडी में धमाके पर कपड़ों के इस पार्सल में आग लग जाएगी और ट्रेन में रखे अन्य पार्सल भी आग पकड़ लेंगे, जिससे यह एक बड़े धमाके में बदल जाता.’

अधिकारी ने कहा, ‘साजिश इस तरह रची गई थी कि रात में आग फैलने पर जल्दी किसी का ध्यान नहीं जाता और बड़ी संख्या में सो रहे यात्री इसकी चपेट में आकर बेमौत मारे जाते.’

सूत्र ने आगे बताया कि आगे की जांच से पता चला है कि मोहम्मद नासिर खान ने पाकिस्तान की यात्रा की थी और गोपनीय अभियान चलाने के अलावा हथियारों और गोला-बारूद हैंडलिंग और आईईडी बनाने जैसी आतंकवादी गतिविधियों की ट्रेनिंग ली थी.

अधिकारी ने कहा, ‘साजिश को अंजाम देने के लिए उसे कई मौकों पर पाकिस्तान से फंड भी मिला. धमाके के बाद पाकिस्तान में बैठे आकाओं ने गिरफ्तार आरोपियों को नेपाल के रास्ते विदेश भागने में मदद करने की कोशिश भी की थी. हालांकि, भागने से पहले ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.’

अधिकारी के मुताबिक, ‘इस नेटवर्क की बड़ी साजिश और इसमें शामिल अन्य लोगों का पता लगाने के लिए’ आगे की जांच अभी जारी है और इस मामले में एक पूरक आरोपपत्र दायर किया जाएगा.

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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