पणजी, 29 अप्रैल (भाषा) गोवा के वन मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा कि राज्य के दक्षिणी हिस्से के एक गांव से पकड़े गए तेंदुए की मंगलवार तड़के चिड़ियाघर में मौत हो गई, जहां उसे इलाज के लिए लाया गया था।
तेंदुआ इस गांव में भटककर आ गया था और घूमता हुआ पाया गया था।
जंगली जानवर की मौत से दुखी राणे ने कहा कि उन्होंने राज्य सरकार से उप वन संरक्षक (डीसीएफ) नवीन कुमार को कर्तव्य में कथित लापरवाही के लिए निलंबित करने को कहा है, जिसके कारण यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई।
मंत्री ने संवाददाताओं को बताया कि सोमवार देर रात करीब दो बजे बोंडला चिड़ियाघर में इलाज के दौरान तेंदुए की मौत हो गई। बोंडला चिड़ियाघर वन्यजीव अभयारण्य का हिस्सा है।
तेंदुआ नेत्रावली वन्यजीव अभयारण्य की सीमा पर स्थित संगुएम तालुका के विलियन गांव में घूमता हुआ पाया गया था, जिसके बाद सोमवार को उसे वन विभाग ने जाल बिछाकर पकड़ लिया।
राणे ने तेंदुए की मौत को लेकर डीसीएफ कुमार पर निशाना साधा।
मंत्री ने कहा, ‘‘यह शर्मनाक है कि नवीन कुमार जैसे अधिकारी को मौके पर जाना पड़ा और अपना काम करना पड़ा। उन्हें मुख्य वन संरक्षक ने बोंडला (वन्यजीव अभयारण्य) जाकर स्थिति का आकलन करने को कहा था।’’
राणे ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम तेंदुए को नहीं बचा सके।’’
उन्होंने कहा कि वन्यजीवों की सुरक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता बनी हुई है और इस कार्य के लिए गैर सरकारी संगठनों एवं अन्य हितधारकों को शामिल किया जा रहा है।
गोवा में वन्यजीव अभयारण्यों से गुजरने वाली सड़कों को पार करते समय वाहनों द्वारा जानवरों को टक्कर मारने की घटनाओं का जिक्र करते हुए मंत्री ने कहा कि वह इस मामले को राज्य सरकार के समक्ष उठाएंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसी सड़कों पर वाहनों की गति सीमा तय की जाए।
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सुरभि दिलीप
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