बरेली (उप्र), 30 जुलाई (भाषा) बरेली जिले के हाफिजगंज इलाके में लगभग एक महीने से दहशत का पर्याय बना एक तेंदुआ आखिरकार बुधवार सुबह फैजुल्लापुर गांव के पास एक खाली फैक्ट्री में लगाए गए पिंजरे में कैद हो गया।
प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) दीक्षा भंडारी ने बताया कि तेंदुआ पिंजरे में बंद पाया गया। पिंजरे में चारे के तौर पर एक मुर्गी रखी गई थी। कानूनी औपचारिकताएँ पूरी करने के बाद उसे उत्तर प्रदेश-बिजनौर सीमा के पास उत्तराखंड के घने जंगलों में छोड़ दिया जाएगा।
तेंदुए की दहशत में जी रहे ग्रामीणों ने उसके पकड़े जाने पर राहत की सांस ली।
अधिकारियों ने बताया कि तेंदुए के आतंक की वजह से किसानों ने खेतों में जाना छोड़ दिया था और बच्चों को स्कूल जाने से रोक दिया गया था।
उन्होंने बताया कि यह तेंदुआ पहली बार पिछले महीने 26 जून को देखा गया था जब उसने खाली पड़ी खेतान फैक्ट्री में तैनात एक सुरक्षा गार्ड अजय कुमार की गाय पर हमला किया था। कुमार उसे डराकर भगाने में कामयाब रहे और छत से वीडियो फुटेज भी रिकॉर्ड किया। घटना के बाद, वन विभाग ने पिंजरे और सीसीटीवी कैमरे लगाए लेकिन वह पकड़ में नहीं आया।
अधिकारियों का मानना है कि मंगलवार रात हुई बारिश के कारण तेंदुए को खाना ढूंढने में दिक्कत हुई होगी और भूख के कारण वह चारे की ओर खिंचा चला आया होगा।
भाषा सं. सलीम नरेश
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