नागपुर, आठ अप्रैल (भाषा) धन शोधन मामले में गिरफ्तार किए गए वकील सतीश उके के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के विरोध में वकीलों के एक समूह ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के नागपुर में जिला अदालत के बाहर प्रदर्शन किया।
पिछले हफ्ते नागपुर के पार्वती नगर इलाके में वकील के आवास पर छापेमारी के बाद उके और उनके भाई प्रदीप को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया गया था।
वकीलों के एक समूह ने न्याय मंदिर भवन के गेट नंबर-2 के बाहर नारेबाजी की और आरोप लगाया कि उके की गिरफ्तारी नागपुर में प्रभावशाली लोगों के खिलाफ उनकी आवाज को दबाने का एक कदम है।
पीएमएलए की एक विशेष अदालत ने बुधवार को मामले में आगे की जांच के लिए उके बंधुओं की ईडी हिरासत 11 अप्रैल तक बढ़ा दी थी।
ईडी ने कहा है कि दोनों भाइयों के खिलाफ धन शोधन का मामला नागपुर पुलिस (अजनी पुलिस स्टेशन) द्वारा उनके खिलाफ दर्ज दो प्राथमिकी पर आधारित है।
उके को पिछले कुछ वर्षों में भाजपा के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ अदालतों में याचिका दायर करने के लिए जाना जाता है।
उके कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले के वकील भी हैं, जिन्होंने अपने फोन की कथित अवैध टैपिंग के लिए आईपीएस अधिकारी और राज्य की पूर्व खुफिया प्रमुख रश्मि शुक्ला और अन्य के खिलाफ यहां एक दीवानी अदालत में 500 करोड़ रुपये की मानहानि का मुकदमा दायर किया है।
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प्रशांत दिलीप
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