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Monday, 13 May, 2024
होमदेशलव अग्रवाल काम पर लौटे, लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय में कोविड फैलने के कारण नए ऑर्डर जारी किए गए

लव अग्रवाल काम पर लौटे, लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय में कोविड फैलने के कारण नए ऑर्डर जारी किए गए

स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रशासनिक विभाग ने कोविड-19 को लेकर निर्धारित मानदंडों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के लिए नए निर्देश जारी किए हैं, जिसमें 'अस्वस्थ महसूस' करने वाले कर्मचारियों को घर से काम करने की सलाह दी गई है.

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नई दिल्ली: निर्माण भवन, जिसमें केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय स्थित है में कोविड-19 के कई मामले सामने आने से गंभीर चिंता की स्थिति बनी हुई है.

भारत में कोरोनावायरस को लेकर कम्युनिकेशन का चेहरा रहे संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के 14 अगस्त को यह घोषित करने के बाद कि उनका टेस्ट पॉजिटिव रहा है, यहां कोविड-19 संक्रमण के कई मामले सामने आ चुके हैं. अब तक जिन लोगों को संक्रमित पाया गया है. उनमें एक अतिरिक्त सचिव और विभिन्न स्तर के कई अधिकारी शामिल हैं.

इन मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रशासनिक विभाग ने कोविड-19 को लेकर निर्धारित मानदंडों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के लिए नए निर्देश जारी किए हैं, जिसमें ‘अस्वस्थ महसूस’ करने वाले कर्मचारियों को घर से काम करने की सलाह दी गई है. आने वाले सप्ताहांत में भवन का व्यापक स्तर पर सैनिटाइजेशन किया जाना तय किया गया है.

अग्रवाल सोमवार को ही काम पर लौटे हैं.

कार्यस्थलों के लिए एसओपी

14 अगस्त से अब तक मंत्रालय में सामने आए कोविड-19 मामलों में अन्य अधिकारियों, स्टाफ मेंबर और सलाहकारों के अलावा अतिरिक्त सचिव के साथ काम करने वाला एक निदेशक भी शामिल है. सचिव के कार्यालय में एक स्टाफ मेंबर के भी संक्रमित होने का पता चला है.

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मंगलवार को साप्ताहिक ब्रीफिंग में सचिव राजेश भूषण ने मंत्रालय के एक अधिकारी के ठीक होने के बाद टेस्ट में फिर पॉजिटिव पाए जाने की खबरों को ‘काल्पनिक’ करार देते हुए खारिज कर दिया.


यह भी पढ़ें : स्वास्थ्य मंत्रालय के विश्लेषण से पता चला- भारत में 80% कोविड मरीज एसिम्पटोमेटिक हैं


स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जून में कार्यस्थलों के लिए जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) कहती है: ‘यदि एक या दो मामले सामने आते हैं तो डिसइंफेक्शन प्रक्रिया उन स्थानों/क्षेत्रों तक सीमित होगी जहां पिछले 48 घंटों के दौरान मरीज आया-गया हो. पूरे कार्यलय भवन को बंद करने/कार्यालय के अन्य क्षेत्रों में काम रोके जाने की कोई जरूरत नहीं है और निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत डिसइंफेक्शन के बाद काम फिर शुरू किया जा सकता है.’

हालांकि, ज्यादा मामले होने पर, ‘भवन/ब्लॉक को अच्छी तरह डिसइंफेक्शन के बाद 48 घंटों के लिए बंद रखना होगा. मंत्रालय ने कहा है कि भवन/ब्लॉक पूरी तरह सैनिटाइज होने और इसे कामकाज के लिहाज से फिट घोषित किए जाने तक सभी कर्मचारी घर से ही काम करेंगे.

नया आदेश जारी

मंत्रालय के प्रशासनिक विभाग की तरफ से मंगलवार को जारी एक ऑफिस मेमोरेंडम में कोविड-19 की रोकथाम के लिए मास्क पहनने, शारीरिक दूरी बनाए रखने और हाथों की स्वच्छता का ख्याल रखने जैसे बुनियादी नियमों का पालन करने को कहा गया है.

दिशानिर्देश में कहा गया है, ‘सभी अधिकारियों को सलाह दी जाती है कि वे अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें और बुखार, सांस की समस्या, सूखी खांसी, थकावट, गले में खराश, स्वाद या गंध का पता न चलने जैसे लक्षणों पर नजर रखें. और यदि अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं तो घर से काम करें और रिपोर्टिंग ऑफिसर को इस बारे में सूचित करें. जिन कर्मचारियों ने कोविड-19 टेस्ट के लिए अपने सैंपल दिए हैं, वे अनिवार्य तौर पर प्रशासनिक विभाग को सूचित करें और नतीजे आने तक कार्यालय न आएं.’

मंत्रालय के सभी संयुक्त सचिवों, निदेशकों, उपसचिवों से कहा गया है कि वे अपने अधीन काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को ‘कोविड-19 के खिलाफ साझी लड़ाई’ में इन दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करने की सलाह दें. उन्हें यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि ऐसे सभी अधिकारी और कर्मचारी जिनमें कोई लक्षण नजर आ रहे हैं या अस्वस्थ हैं, उन्हें कार्यालय न बुलाया जाए. और घर से ही काम करने दिया जाए.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें )

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