रायपुर, छह फरवरी (भाषा) छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके ने रविवार को कहा कि सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का निधन संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है, लेकिन उनकी आवाज़ विश्वभर के संगीत प्रेमियों की स्मृतियों में युग-युगांतर तक बनी रहेगी।
लता(92) के शरीर के कई अंगों के काम करना बंद कर देने पर रविवार सुबह मुंबई के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया।
राज्य सरकार के एक बयान के अनुसार, सुर साम्राश्री के सम्मान में छत्तीसगढ़ सरकार ने दो दिन (छह और सात फरवरी) के राजकीय शोक की घोषणा की है।
राज्यपाल उइके ने एक शोक संदेश में कहा, ‘‘लता जी का निधन पूरे संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। हम उनके योगदान को नहीं भूल सकते। उनकी आवाज़ विश्वभर के संगीत प्रेमियों की स्मृतियों में युग-युगांतर यात्रा करेगी।’’
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बयान में कहा कि लता के गाये सुरीले गीत लोगों के दिलों में सदा रहेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘उनकी आवाज ही उनकी पहचान है, जो कभी गुम नहीं होगी। उन्होंने 30 से अधिक भाषाओं में गीत गायें। उनके निधन से भारत ने आज एक रत्न खो दिया। ’’
उन्होंने कहा कि लता का निधन पूरे विश्व के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमण सिंह तथा राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता धरमलाल कौशिक ने भी लता के निधन पर शोक प्रकट किया।
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सुभाष नरेश
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