जौनपुर (उप्र), 20 अप्रैल (भाषा) पाकिस्तान की जेल में मृत पाए गए जौनपुर के मछुआरे घुरहू बिंद का पार्थिव शरीर शनिवार देर रात बसीरहा गांव स्थित उनके पैतृक आवास लाया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
घुरहू बिंद की मौत के पांच दिन बाद प्रशासनिक औपचारिकताओं के पूरा होने पर उनका शव यहां लाया गया और जौनपुर के रामघाट पर अंतिम संस्कार किया गया। बिंद के बड़े बेटे धीरज ने चिता को मुखाग्नि दी।
जिलाधिकारी (डीएम) दिनेश चंद्र द्वारा अधिकृत मत्स्य विभाग के अधिकारी पुलिस कर्मियों के साथ शनिवार रात करीब एक बजे घुरहू बिंद के शव को लेकर उनके घर पहुंचे।
ग्राम प्रधान मृत्युंजय बिंद ने बताया कि घुरहू बिंद (49) का शव लाने के बाद घर पर माहौल गमगीन हो गया और रोते बिलखते परिवार के लोगों ने एंबुलेंस में ही मास्क लगाकर अंतिम दर्शन किए।
रविवार सुबह शव को अंतिम संस्कार के लिए रामघाट ले जाया गया और उनकी अंत्येष्टि हुई जिसमें वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल हुए।
डीएम ने आश्वासन दिया कि प्रशासन घुरहू बिंद के परिवार को विभिन्न केंद्रीय और राज्य सरकार की योजनाओं के माध्यम से व्यापक सहायता प्रदान करेगा।
अधिकारियों के अनुसार, बिंद को 2020 में पाकिस्तान तटरक्षक बल ने गिरफ्तार किया था, जब वह गुजरात में ओखा तट के पास मछली पकड़ते समय कथित तौर पर पाकिस्तानी जलक्षेत्र में घुस गया था।
उसे उसके गांव के तीन अन्य मछुआरों के साथ जेल में डाल दिया गया था, जो पांच साल बाद भी जेल में बंद हैं।
भाषा सं आनन्द नोमान
नोमान
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