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Friday, 19 April, 2024
होमदेशजम्मू कश्मीर में पकड़ा गया लश्कर का आतंकी निकला BJP अल्पसंख्यक मोर्चा IT सेल का पूर्व प्रमुख

जम्मू कश्मीर में पकड़ा गया लश्कर का आतंकी निकला BJP अल्पसंख्यक मोर्चा IT सेल का पूर्व प्रमुख

उपराज्यपाल ने ग्रामीणों के साहस की सराहना की और उनकी बहादुरी के लिए पांच लाख रुपए के नकद इनाम की घोषणा की, जबकि पुलिस महानिदेशक ने उनके लिए दो लाख रुपए के नकद इनाम की घोषणा की

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नई दिल्ली: जम्मु कश्मीर के रियासी जिले के तुकसान के ग्रामीणों ने लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकियों को हथियारों के साथ गिरफ्तार कराने में पुलिस की मदद की.

जानकारी के मुताबिक आतंकियों क पास बड़ी तादाद में हथियारों को जखीरा बरामद किया गया हैं.

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रविवार को कहा कि जम्मू संभाग के रियासी में एक गांव के स्थानीय लोगों ने ‘कमांडर’ तालिब हुसैन सहित लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकियों को पकड़ लिया और उन्हें पुलिस के हवाला कर दिया.

एडीजीपी जम्मू ने जानकारी देते हुए बताया कि आतंकियों के पास से दो एके राइफल, सात ग्रेनेड और एक पिस्टल बरामद की गई है.

इसके साथ ही पुलिस ने जानकारी दी कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रियासी के तुक्सन गांव के ग्रामीणों को आतंकियों को पकड़वाने में मदद करने के लिए 5 लाख रुपए के इनाम देने की घोषणा की है.

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अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, (जम्मू क्षेत्र) मुकेश सिंह ने कहा, ‘अन्य पकड़े गए आतंकवादी की पहचान दक्षिण कश्मीर के पुलवामा के फैजल अहमद डार के रूप में की और कहा कि गिरफ्तार आतंकवादियों के पास से दो एके राइफल, सात ग्रेनेड, एक पिस्तौल और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया.’

सिंह ने कहा कि उपराज्यपाल ने ग्रामीणों के साहस की सराहना की और उनकी बहादुरी के लिए पांच लाख रुपए के नकद इनाम की घोषणा की, जबकि पुलिस महानिदेशक ने उनके लिए दो लाख रुपए के नकद इनाम की घोषणा की.

दोनों की गिरफ्तारी 28 जून को राजौरी जिले में हुसैन के नेतृत्व वाले एक मॉड्यूल का खुलासा करने के बाद हुई, जो जिले में हाल में हुए विस्फोटों में शामिल था. संगठन के दो गिरफ्तार आतंकवादियों के पास से पांच आईईडी बरामद किए गए थे. हुसैन फरार हो गया था और सुरक्षा बलों के जाल से बचने के लिए पास के रियासी जिले में चला गया था.

सिंह ने कहा, ‘हुसैन पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी कासिम के लगातार संपर्क में था और राजौरी जिले में आईईडी विस्फोटों के कम से कम तीन मामलों में शामिल था. वह नागरिकों की हत्या और ग्रेनेड हमलों में भी शामिल था.’

उन्होंने कहा कि प्रारंभिक पूछताछ के दौरान यह पता चला है कि दोनों आतंकवादी पाकिस्तानी लश्कर के आतंकी सलमान के संपर्क में भी थे.

दोनों आतंकवादियों की गिरफ्तारी को एक बड़ी सफलता बताते हुए अधिकारी ने कहा कि वे रियासी के अलावा सीमावर्ती जिलों- राजौरी और पुंछ में फिर से आतंकवाद फैलाने का प्रयास कर रहे थे.

गौरतलब है कि 26 मार्च को राजौरी के कोटराना शहर में दो विस्फोट और 19 अप्रैल को एक अन्य विस्फोट हुआ जिसमें दो लोग घायल हो गए थे. गत 24 अप्रैल को राजौरी के शाहपुर-बुधल इलाके में हुए एक अन्य विस्फोट में दो और लोग घायल हो गए थे.


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आतंकी का बीजेपी ‘कनेक्शन’

जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आतंकवादियों में से एक आतंकी की पहचान तालिब हुसैन के रूप में हुई है. उसने कथित तौर पर बीजेपी में घुसपैठ की थी और उसे जम्मू प्रांत के अल्पसंख्यक मोर्चा के आईटी और सोशल मीडिया सेल का प्रभारी भी बनाया गया था.

इसके बाद से ही बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है.

तालिब हुसैन शाह और उसके सहयोगी फैसल अहमद डार को ग्रामीणों द्वारा पकड़े जाने और पुलिस को सौंपे जाने की खबर आते ही बीजेपी की जम्मू कश्मीर इकाई के प्रमुख रविंदर रैना के साथ शाह की कथित तस्वीरें और पार्टी के कार्यक्रमों में उसकी भागीदारी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की गईं.

तस्वीरों में से एक में रैना उसे एक गुलदस्ता देते नजर आ रहे हैं, जबकि एक अन्य में पार्टी के नेता शेख बशीर द्वारा जारी एक पत्र में उसे नौ मई को अल्पसंख्यक मोर्चा (जम्मू प्रांत) के नए आईटी एवं सोशल मीडिया प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है.

रैना ने पार्टी में शाह की मौजूदगी को खारिज करते हुए इसे उन्हें और पार्टी मुख्यालय को निशाना बनाने की पाकिस्तान द्वारा रची गई साजिश करार दिया, वहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता रविंदर शर्मा ने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ दल को पार्टी में अहम पद पर आतंकवादी के कथित तौर पर आसीन रहने पर जवाब देना चाहिए.

पिछले दो दिनों के अंदर यह दूसरी घटना है जब यह आरोप लगाया गया है कि आतंकवाद के आरोपियों का बीजेपी से संबंध है. उदयपुर में एक दर्जी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किये गये दो लोगों के भाजपा के साथ संबंध होने के कांग्रेस ने आरोप लगाए हैं.

लश्कर-ए-तैयबा के दो सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों को पकड़ने में पुलिस की सहायता करने के लिए लोगों की सराहना करते हुए रैना ने कहा, ‘वे उन्हें और पार्टी मुख्यालयों को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान से रची गई साजिश का हिस्सा थे.’

रैना ने कहा, ‘उसने खुद को एक पत्रकार बताया था और कुछ समय पहले मेरे पार्टी कार्यालय में कई बार मेरा साक्षात्कार लिया। उसने हमारे मुख्यालय (त्रिकूट नगर, जम्मू) आने के बाद पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ करीबी संपर्क बनाए.’

रैना ने यह दावा भी किया कि सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें बताया था कि शाह राजौरी और पुंछ जिलों में उनकी गतिविधियों पर करीब नजर रखे हुए है.

वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘यह पहला मौका है जब इस तरह की चीज हुई है (जब पार्टी का एक पदाधिकारी आतंकवाद में सीधे तौर पर संलिप्त है).’

उन्होंने कहा,’बीजेपी को पार्टी में आतंकवादियों की महत्वपूर्ण पदों पर मौजूदगी के बारे में राष्ट्र को जवाब देना चाहिए। यह एक बहुत ही गंभीर विषय है और राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरा है.’

भाषा के इनपुट से 


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