लेह, छह सितंबर (भाषा) ‘लेह एपेक्स बॉडी’ (एलएबी) ने चार सूत्री एजेंडे के समर्थन में अगले सप्ताह एक बहु-धार्मिक प्रार्थना सभा के साथ अपना विरोध प्रदर्शन फिर से शुरू करने का शनिवार को निर्णय लिया।
जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने महामहिम दलाई लामा की मौजूदगी के कारण अपना आंदोलन स्थगित कर दिया था लेकिन उनके जाने के बाद अब हम अपना प्रदर्शन फिर शुरू कर रहे हैं।’’
एलएबी, करगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (केडीए) के साथ मिलकर पिछले चार वर्षों से अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन कर रहा है जिनमें पूर्ण राज्य का दर्जा देना, लद्दाख को छठी अनुसूची के तहत दर्जा देना, एक समर्पित लोक सेवा आयोग (पीएससी) और दो संसदीय सीटों की मांग शामिल है। इस दौरान केंद्र सरकार के साथ कई दौर की वार्ता हुई लेकिन आरोप है कि मई के बाद से केंद्र ने जानबूझकर बातचीत टाल दी।
उन्होंने पिछले महीने करगिल में तीन दिवसीय क्रमिक भूख हड़ताल और रैली आयोजित की थी।
वांगचुक समेत अन्य सदस्यों के साथ एलएबी के अध्यक्ष चेरिंग दोरजे ने प्रेस वार्ता में कहा कि उन्होंने 10 सितंबर को लेह शहर के शहीद पार्क में शांतिपूर्ण बहु-धार्मिक विरोध प्रदर्शन के साथ अपने आंदोलन को तेज करने का फैसला किया है।
उन्होंने बताया, ‘‘विरोध सुबह 11 बजे सामूहिक प्रार्थना से शुरू होगा, जिसमें एकता और अहिंसा पर बल दिया जाएगा।’’
वांगचुक ने कहा कि एलएबी की महत्वपूर्ण बैठक में शांतिपूर्ण प्रदर्शन फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी नागरिकों को इस शांतिपूर्ण प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं जिसका उद्देश्य जागरूकता फैलाना और यह सामूहिक संदेश देना है कि हमारा प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण है।’’
उन्होंने बताया कि एलएबी से जुड़े हर गांव से पांच-पांच प्रतिनिधि भी इस प्रार्थना सभा में शामिल होंगे।
वांगचुक ने कहा, ‘‘10 सितंबर का यह प्रदर्शन एलएबी द्वारा तैयार किए गए कार्यक्रमों की श्रृंखला की पहली कड़ी है। बाकी कार्यक्रम समय-समय पर घोषित किए जाएंगे।’’
भाषा राखी नोमान
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