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गुरूवार, 29 मई, 2025
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उत्तर प्रदेश के कुशीनगर बनेगा महात्‍मा बुद्ध कृषि प्रौद्योगिकी विश्‍वविद्यालय

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लखनऊ, 28 जून (भाषा) उत्‍तर प्रदेश के कुशीनगर में महात्‍मा बुद्ध कृषि प्रौद्योगिकी विश्‍वविद्यालय की स्‍थापना की जाएगी। इसके अलावा जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्‍यांग विश्‍वविद्यालय को राज्‍य विश्‍वविद्यालय का दर्जा दिया जाएगा। राज्‍य मंत्रिपरिषद ने इससे संबंधित प्रस्‍तावों को बुधवार को मंजूरी दे दी।

प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने संवाददाताओं को बताया कि मंत्रिपरिषद की बैठक में कुशीनगर में महात्‍मा बुद्ध कृषि प्रौद्योगिकी विश्‍वविद्यालय की स्‍थापना का निर्णय किया गया है।

उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्‍तर प्रदेश के 10 जिलों को इसके कार्यक्षेत्र में शामिल किया जाएगा, जिनमें गोरखपुर मंडल के चार तथा बस्‍ती और आजमगढ मंडलों के तीन-तीन जिले शामिल होंगे।

उन्‍होंने बताया कि नरेन्‍द्रदेव कृषि विश्‍वविद्यालय के पास कुल 27 जिले हैं, उनमें से ये 10 जिले अब महात्‍मा बुद्ध कृषि प्रौद्योगिकी विश्‍वविद्यालय के कार्यक्षेत्र में शामिल किये जाएंगे।

शाही ने बताया कि लगभग 750 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनने वाला यह विश्‍वविद्यालय कुल 390.54 एकड़ क्षेत्र में बनेगा और इसका निर्माण वर्ष 2026 तक पूरा होने का लक्ष्‍य है, इसका शिलान्‍यास अगले महीने किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि विश्‍वविद्यालय बनने से पूर्वी उत्‍तर प्रदेश के किसानों को अच्‍छी किस्‍म के बीज, उन्‍नत खेती, और तकनीकी खेती सम्‍बन्‍धी जानकारी के लिये अनुसंधान को गति मिलेगी।

उन्‍होंने बताया कि मंत्रिपरिषद ने ‘एकीकृत बागवानी विकास मिशन’ योजना के तहत कौशाम्बी में स्वीकृत ‘इण्डो-इजराइल सेंटर आफ एक्सीलेंस फॉर फ्रूट’ की स्थापना के लिये नौ हेक्टेयर भूमि उद्यान विभाग के नाम निःशुल्क हस्तांतरित कराये जाने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति प्रदान कर दी है।

मंत्री ने बताया कि इसकी स्थापना के लिए 651.64 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं, जिसमें से 390.984 लाख रुपये केन्द्रांश तथा 260.656 लाख रुपये राज्यांश सम्मिलित है।

मंत्रिपरिषद ने चित्रकूट स्थित जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्‍यांग विश्‍वविद्यालय को राज्‍य विश्‍वविद्यालय का दर्जा देने के प्रस्‍ताव को भी हरी झंडी दे दी है।

कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने बताया कि इस विश्‍वविद्यालय के कुलाधिपति जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने वृद्धावस्‍था एवं अन्‍य कारणों से सरकार से गुजारिश की थी कि इसको राजकीय विश्‍वविद्यालय के रूप में स्‍थापित किया जाए और इसका संचालन सरकार करे।

मंत्रिपरिषद ने उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, प्रयागराज का नाम बदलकर डॉ राजेन्द्र प्रसाद राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय किये जाने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दे दी है।

भाषा सलीम रंजन

रंजन

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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