नयी दिल्ली, सात मार्च (भाषा) केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और राज्यसभा के सदस्य दिनेश शर्मा ने दिल्ली में तुगलक लेन स्थित अपने आधिकारिक आवासों के बाहर लगी नामपट्टिकाओं में बदलाव करते हुए उन पर लिखे मौजूदा नाम के साथ ‘‘स्वामी विवेकानंद मार्ग’’ भी जोड़ा है।
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब हाल में कुछ भाजपा नेताओं ने राष्ट्रीय राजधानी में मुगल नेताओं के नाम पर रखे गए कई इलाकों के नाम बदलने का प्रस्ताव रखा था। संशोधित नामपट्टिकाओं में प्रमुख रूप से ‘स्वामी विवेकानंद मार्ग’ लिखा है जबकि ‘तुगलक लेन’ नीचे कोष्ठक में लिखा गया है।
हरियाणा के फरीदाबाद से सांसद एवं भाजपा नेता गुर्जर ने नामपट्टिका में बदलाव का बचाव करते हुए कहा, ‘‘हमारी स्वामी विवेकानंद में आस्था है इसलिए हमने उनका नाम जोड़ा है लेकिन हमने तुगलक लेन को नहीं हटाया है। हमने नियमों के खिलाफ कुछ नहीं किया। विवेकानंद हमारे युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं, न कि तुगलक।’’
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह सुल्तान तुगलक को आक्रमणकारी मानते हैं, तो उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से। चाहे वह औरंगजेब हो…वे हमलावर थे। मैं मांग करता हूं कि इस सड़क का नाम आधिकारिक तौर पर विवेकानंद मार्ग रखा जाए।’’
उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने भी इस बदलाव को उचित ठहराया।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप ध्यान से देखें तो मेरी नामपट्टिका पर अब भी तुगलक लेन लिखा हुआ है, लेकिन इसके साथ ही ‘विवेकानंद मार्ग’ लिखा है, क्योंकि गूगल पर इस सड़क का नाम पहले से ही ‘विवेकानंद रोड’ के रूप में दर्ज है। किसी भी सांसद को सड़कों का नाम बदलने का अधिकार नहीं है; इसके लिए एक उचित प्रक्रिया है।’’
हालांकि, नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने लेन के नाम में कोई आधिकारिक बदलाव किए जाने की बात से इनकार करते हुए पुष्टि की है कि इसका नाम बदलने के संबंध में कोई आवेदन प्रस्तुत नहीं किया गया है।
भाषा सिम्मी पवनेश
पवनेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.