भुवनेश्वर, 29 जनवरी (भाषा) ‘भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद’ (आईसीएमआर) ने ओडिशा की एक निजी कंपनी द्वारा विकसित कोविड-19 रैपिड एंटीजन जांच किट को मान्यता दे दी है।
इस किट को ‘आईएमजीईएनईएक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’, भुवनेश्वर ने क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र (आरएमआरसी) की मदद से विकसित किया गया है।
आरएमआरसी की निदेशक डॉ. संघमित्रा पार्ती ने कहा, ‘‘आईएमजीईएनईएक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, भुवनेश्वर ने किट विकसित करनी शुरू की और आरएमआरसी ने जांच और मान्यता के लिए बौद्धिक सहयोग मुहैया कराया। अंतत: हमने स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजा।’’
उन्होंने कहा कि आईएमसीओवी-एजी किट अत्यधिक संवेदनशीलता और विशिष्ट है तथा यह कोविड-19 के सभी स्वरूपों का पता लगाने में सक्षम है।
आईएमजीईएनईएक्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. सुजय सिंह ने कहा कि उन्होंने जून 2021 में इस किट पर काम आरंभ किया था और आईसीएमआर ने कुछ विशेष प्रक्रियाओं के बाद इसे बृहस्पतिवार को मंजूरी दे दी।
उन्होंने कहा कि इस किट के दो महीनों में बाजार में उपलब्ध होने की उम्मीद है। सिंह ने कहा कि इस किट की कीमत बाजार में उपलब्ध अन्य किट से कम होगी।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि आईसीएमआर ने अब तक 150 एंटीजन आधारित रैपिड जांच किट को मान्य किया है।
भाषा सिम्मी शाहिद
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