कोलकाता, दो जुलाई (भाषा) पश्चिम बंगाल महिला आयोग की अध्यक्ष लीना गंगोपाध्याय ने बुधवार को कहा कि कोलकाता में अपने कॉलेज के अंदर कथित रूप से सामूहिक बलात्कार का शिकार बनी विधि छात्रा अब भी ‘सदमे ‘ में है।
गंगोपाध्याय ने कहा कि पीड़िता को परामर्श दिया गया है, लेकिन प्रथम वर्ष की छात्रा के लिए और अधिक परामर्श सत्रों की आवश्यकता है। लड़की को 25 जून की शाम को तीन लोगों ने प्रताड़ित किया था। इनमें एक पूर्व छात्र और संस्थान में उसके दो वरिष्ठ छात्र शामिल हैं।
इन तीनों लोगों और उस समय साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में ड्यूटी पर मौजूद एक सुरक्षा गार्ड को गिरफ्तार किया गया है। वे फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने इस अपराध के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को कड़ी सजा देने की मांग की।
गंगोपाध्याय ने कहा, ‘हमने पीड़िता से बात की है, वह सदमे में है। उसके हाथ कांप रहे थे और हम उसके चेहरे पर दर्द देख सकते थे। उसने बताया कि एक व्यक्ति ने उसके साथ बलात्कार किया, जबकि अन्य दो लोग यह कृत्य देखते रहे और मदद करते रहे।’
आरोप है कि कॉलेज के पूर्व छात्र मनोजीत मिश्रा ने 24 वर्षीय युवती के साथ बलात्कार किया, जबकि दो वर्तमान छात्रों – जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी – ने मोबाइल फोन पर इस कृत्य का वीडियो बना लिया।
गंगोपाध्याय ने कहा, ‘पीड़िता के लिए और परामर्श सत्र होंगे। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि उसे उचित सुरक्षा दी जानी चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘हम इन सभी अपराधियों के लिए कड़ी सजा की सिफारिश करेंगे। जिन लोगों ने अपराध होते देखा और मुख्य आरोपी की मदद की, वे भी समान रूप से दोषी हैं।’
भाषा नोमान माधव
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