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Wednesday, 9 October, 2024
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कश्मीर के बड़े आतंकी जाकिर मूसा का मारा जाना सुरक्षा बलों के लिए बड़ी सफलता

कालेज को छोड़ चुका जाकिर मूसा बुरहान वानी गैंग का आखिरी सदस्य था, जिसे मुठभेड़ में दक्षिणी कश्मीर के त्राल रीजन में मार गिराया गया है.

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नई दिल्ली, श्रीनगरः बुरहान वानी गैंग का आखिरी सदस्य जाकिर मूसा. जो कि कश्मीर में आतंकी ढांचा खड़ा कर रहा था, उसका मारा जाना सुरक्षा बलों के लिए बड़ी सफलता है.

कालेज छोड़ चुके मूसा को 42 राष्ट्रीय राइफल्स ने जम्मू एंड कश्मीर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) और सीआरपीएफ ने दक्षिणी कश्मीर के त्राल के दादासारा गांव में मार गिराया है.

सुरक्षा प्रतिष्ठान से जुड़े उच्च सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि मूसा जम्मू कश्मीर में खलीफा बनना चाहता था, पिछली रात मारा गया. उसके कब्जे की वजह से गोलीबारी में मलबा बन चुकी एक इमारत से उसका शव शुक्रवार 6 बजे सुबह बरामद किया.


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मूसा, अल-कायदा से प्रेरित एक कश्मरी लड़ाका अंसर-उल-गजावत-उल हिंद का चीफ और संस्थापक था. वह ए प्लस प्लस कटेगरी के आतंकवादी में शामिल है 2013 के बाद से घाटी में सक्रिय था. सुरक्षा बलों को उस केमिस्ट हाउस को उड़ाना पड़ा, जहां वह छिपा हुआ था. हाउस के मालिक को मूसा के पास सरेंडर के लिए बातचीत को भेजा गया लेकिन उसने सरेंडर करने से मना कर दिया और गोलीबारी की.

जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक बयान जारी करते हुए कहा, ‘आतंकवादी एके 47 के साथ रॉकेट लॉन्चर, ग्रेनेड, विशाल गोला बारूद और युद्ध के सामान ले जा रहे थे.

एक सूत्र ने बताया कि मूसा पिछले महीने कश्मीर में इस्लामिक रूल और सरिया की स्थापना के लिए वीडियो क्लिप्स के जरिये धार्मिक युद्ध का आह्वान किया था, वह अवंतीपुरा के अपने घर के पास पहली बार नजर आया था जिसे त्राल में घेर लिया गया.


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कश्मीर में मोस्ट वांटेड आतंकी 

मूसा जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले में अति वांछित आतंकवादी था. उसे पुलवामा जिले के त्राल इलाके में ददसारा गांव में मार गिराया गया. उसके मारे जाने की खबर फैलने के बाद श्रीनगर, पुलवामा, शोपियां और कश्मीर घाटी के कुछ अन्य स्थानों में विरोध प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने शुक्रवार को घाटी के कुछ हिस्सों में प्रतिबंध लागू कर दिया. घाटी भर के सभी शिक्षण संस्थानों को आज बंद कर रखा गया है.

कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है. यहां तक कि भड़काऊ पोस्ट और तस्वीरों को अपलोड करने से रोकने के लिए फिक्स्ड लैंडलाइन ब्रॉडबैंड कनेक्शन की स्पीड को भी कम कर दिया गया है.

कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए राजधानी श्रीनगर, दक्षिणी कश्मीर पुलवामा, अनंतनाग, शोपियां और कुलगाम जिलों में और घाटी के अन्य संवदेनशील इलाकों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षाकर्मियों की भारी तैनाती की गई है. मारे गए शीर्ष कमांडर के शव को उसके परिवार को सौंप दिए जाने के बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों द्वारा एहतियात के तौर पर ये कदम उठाए गए हैं.

पूर्व हिज़बुल कमांडर

पच्चीस वर्षिय मूसा, हिज़बुल मुजाहिदीन के 2013 से 2017 तक कमांडर था. वो बुरहान वानी समूह का सदस्य भी थी
दक्षिण कश्मीर के अवंतिपोरा के नूरपूरा गांव का रहने वाला मूसा का असली नाम ज़ाकिर रशीद था और उसे वानी का निकट सहयोगी माना जाता था. पर पाकिस्तान स्थित हिज़बुल मुजाहिदीन से उनके मतभेद होने के बाग उन्होंने अपना खुद का संगठन एजीएच स्थापित किया.

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