खरगोन, 14 अप्रैल (भाषा) मध्य प्रदेश के हिंसा प्रभावित खरगोन शहर में बृहस्पतिवार को कर्फ्यू में दो घंटे की ढील देते हुए केवल महिलाओं को ही जरूरी सामान खरीदने के लिए घरों से बाहर निकलने की अनुमति दी गई।
दंगा प्रभावित शहर में चार दिनों के बाद बृहस्पतिवार को सुबह 10 बजे से दी गई कर्फ्यू में दो घंटे की ढील के दौरान कई महिलाओं को तेजी से खरीदारी करते देखा गया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिंसा के सिलसिले में अब तक 121 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
रामनवमी जुलूस के दौरान पथराव और आगजनी की घटनाओं के बाद रविवार शाम को खरगोन शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था।
खरगोन के जिलाधिकारी पी. अनुग्रह ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ स्थिति नियंत्रण में है। सुबह 10 बजे से प्रदान की गई दो घंटे की छूट के दौरान केवल महिलाओं को जरूरी सामान खरीदे के लिए अपने घरों से बाहर निकलने की अनुमति दी गई है।’’
उन्होंने कहा कि दो घंटे की छूट के दौरान केवल दूध, सब्जी, मेडिकल और राशन की दुकानें ही खोली गई।
पुलिस महानिरीक्षक ( इंदौर-ग्रामीण क्षेत्र) राकेश गुप्ता ने बताया कि हिंसा के सिलसिले में अब तक 121 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनमें से 89 को जेल भेज दिया गया है।
मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में रविवार से हिंसक घटनाओं के आलोक में प्रदेश सरकार ने आगामी त्योहारों के लिए सभी जिलों में अधिकारियों को अलर्ट जारी किया है।
एक अधिकारी ने बुधवार को कहा कि प्रदेश सरकार ने खरगोन में सांप्रदायिक हिंसा में शामिल लोगों से नुकसान की वसूली के लिए दो सदस्यीय दावा न्यायाधिकरण का गठन किया है। यह न्यायाधिकरण तीन महीने के अवधि में काम पूरा करेगा।
भाषा दिमो मनीषा धीरज
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