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Tuesday, 11 March, 2025
होमदेशहरियाणा में खाप ने लिव-इन रिलेशनशिप पर ‘सामाजिक बहिष्कार और प्रतिबंध’ ​​लगाने का आह्वान किया

हरियाणा में खाप ने लिव-इन रिलेशनशिप पर ‘सामाजिक बहिष्कार और प्रतिबंध’ ​​लगाने का आह्वान किया

हरियाणा की सबसे प्रभावशाली खाप पंचायतों में से एक बिनैण खाप ने लिव-इन रिलेशनशिप को पारंपरिक हरियाणवी मूल्यों के लिए बढ़ता खतरा माना.

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गुरुग्राम: हरियाणा की सबसे प्रभावशाली खाप पंचायतों में से एक बिनैण खाप ने लिव-इन रिलेशनशिप पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया है और ऐसे विवाहों में शामिल व्यक्तियों को बहिष्कृत करने का संकल्प लिया है. खाप अध्यक्ष रघुबीर नैण के नेतृत्व में जींद के दनौदा गांव में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया.

हरियाणा के कैबिनेट मंत्री और नरवाना से विधायक कृष्ण बेदी भी इस बैठक में मौजूद थे.

रविवार की बैठक में चर्चा पारंपरिक अंतिम संस्कार की रस्मों को संशोधित करने पर भी केंद्रित थी. खाप ने पारंपरिक 13-दिवसीय शोक अवधि को घटाकर सात दिन करने और अंतिम संस्कार के बाद होने वाले फिजूलखर्ची वाले भोज को कम करने का प्रस्ताव रखा, जिसमें भोजन और अन्य सामान पर पैसा खर्च होता है.

उपस्थित लोगों ने परंपराओं का सम्मान करते हुए आधुनिकीकरण की ज़रूरत को स्वीकार किया और परिवर्तनों को धीरे-धीरे लागू करने पर सहमति जताई.

बैठक का मुख्य एजेंडा लिव-इन रिलेशनशिप था, जिसे खाप ने पारंपरिक हरियाणवी मूल्यों के लिए बढ़ता खतरा माना.

नैण ने सोमवार को दिप्रिंट से कहा, “रूढ़िवादी हरियाणवी समाज ने कभी भी लिव-इन रिलेशनशिप को स्वीकार नहीं किया है और इसमें शामिल लोगों को हमेशा नीची निगाह से देखा जाता है. हालांकि, हाल के वर्षों में ऐसे मामले बढ़ रहे हैं.”

उन्होंने कहा, “शुरू में, ऐसे जोड़े कस्बों में रहते हैं, लेकिन समय के साथ वह गांवों लौट आते हैं. हमने अब उन पर सामाजिक बहिष्कार करने और सरकार से ऐसे रिश्तों पर कानूनी तौर पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने का फैसला किया है. ”

लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वालों को समाज से बहिष्कृत करने के लिए एक औपचारिक प्रस्ताव पेश किया गया और व्यापक विचार-विमर्श के बाद सर्वसम्मति से निर्णय पारित किया गया.

बिनैण खाप ने प्रेम विवाह पर भी चर्चा की और खाप ने घोषणा की कि ऐसे विवाह माता-पिता की सहमति के बिना पंजीकृत नहीं किए जाने चाहिए.

सामाजिक मानदंडों पर विपरीत रुख

बिनैण खाप के सख्त रुख के बारे में पूछे जाने पर, खासकर काजला खाप के हाल ही में अंतरजातीय विवाहों का समर्थन करने के फैसले के मद्देनज़र, नैण ने बाद के कदम को पब्लिसिटी स्टंट बताया.

नैण ने बताया, “हमारा समाज कभी भी अंतरजातीय विवाहों को स्वीकार नहीं करेगा. मुझे अच्छी तरह याद है कि कैसे 1986 में मेरे पिता टेक राम नैण, जो उस समय खाप के अध्यक्ष थे, ने महिलाओं के लिए घूंघट प्रथा के खिलाफ एक प्रस्ताव पेश किया था.”

उन्होंने कहा, “हालांकि, गांव के एक बुजुर्ग गिरधारी लाल ने खड़े होकर न केवल उस प्रस्ताव को बल्कि मेरे पिता के नेतृत्व में पिछले सभी प्रस्तावों को खारिज कर दिया, उन पर महिलाओं को सिर पर नचाकर हमारी पारिवारिक व्यवस्था को खत्म करने का प्रयास करने का आरोप लगाया.”

काजला खाप की पिछले हफ्ते कुरुक्षेत्र में बैठक हुई थी, जहां सदस्यों ने बदले हुए सामाजिक परिवेश के मद्देनज़र अंतरजातीय विवाहों की सामाजिक स्वीकृति की वकालत की.

रविवार को बिनैण खाप की बैठक में पारित किए गए प्रमुख प्रस्तावों में से एक शादियों में डीजे संगीत का रेगुलेशन था. सदस्यों ने चिंता व्यक्त की कि देर रात तक बजने वाले तेज़ संगीत से बड़ी असुविधा होती है, खासकर बुजुर्गों के लिए. नतीजतन, सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि रात 11 बजे के बाद डीजे नहीं बजाया जाएगा.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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