मुंबई, 28 अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री दीपक केसरकर ने बुधवार को ‘छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा के गिरने से हो सकता है कि कुछ अच्छा हो’ वाले अपने बयान का बचाव किया और उस स्थान पर उनकी 100 फुट की प्रतिमा लगाने की मांग की।
विपक्ष के निशाने पर आये केसरकर ने कहा कि उनका बयान का गलत मतलब निकाला गया।
सिंधुदुर्ग के रहने वाले राज्य के शिक्षा मंत्री केसरकर ने कहा, ‘‘ हम चाहते हैं कि सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी की सबसे बड़ी प्रतिमा स्थापित की जाए, जो शिवाजी की नौसेना का तत्कालीन मुख्यालय था। यह (मूर्ति का गिरना) एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। इस स्थान पर 100 फुट ऊंची प्रतिमा बनाई जानी चाहिए।’’
सतरहवीं सदी के मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी की 35 फुट ऊंची प्रतिमा 26 अगस्त की दोपहर को गिर गई थी। प्रतिमा का अनावरण पिछले साल चार दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था।
इस घटना ने राजनीतिक विवाद का रूप ले लिया और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने महायुति सरकार पर निशाना साधा तथा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के इस्तीफे की मांग की।
केसरकर ने मंगलवार को इस घटना का हवाला देते हुए कहा था, ‘‘ संभवतः कुछ अच्छा सामने आ सकता है…इसलिए यह घटना घटी।’’ भाषा राजकुमार शोभना
शोभना
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