कोच्चि, 25 अप्रैल (भाषा) एडापल्ली के चंगमपुझा पार्क में बृहस्पतिवार सुबह शोक की लहर छाई रही। नेताओं, अलग-अलग पेशों से जुड़े लोगों, बच्चों बूढ़ों समेत लोगों का हुजूम एन रामचंद्रन (65) को अंतिम विदाई देने के लिए जुटा हुआ था। एन रामचंद्रन पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए थे।
उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया।
रामचंद्रन का पार्थिव शरीर चंगमपुझा पार्क और बाद में उनके आवास पर लोगों के श्रद्धांजलि देने के लिए रखा गया । माहौल बहुत ही ग़मगीन था।
एक प्राइवेट अस्पताल के शवगृह से शव को सुबह करीब सात बजे लाया गया। यहां शोक संतप्त रिश्तेदारों और करीबी दोस्तों ने उनके अंतिम दर्शन किए और इसके बाद शव को आमजन की श्रद्धांजलि के लिए रखा गया।
लगभग चार घंटे तक श्रद्धांजिल देने वाले लोगों का तांता लगा रहा।
कई लोग उनकी पत्नी शीला, बेटी आरती आर मेनन और बेटे सुरेश मेनन को सांत्वना देते नजर आए।
केरल के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर, गोवा के राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लै, केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी, केरल के उद्योग मंत्री पी राजीव, विपक्ष के नेता वी डी सतीशन, कोच्चि के मेयर एम अनिल कुमार, एर्नाकुलम के जिलाधिकारी एन एस के उमेश, अभिनेता जयसूर्या, केरल उच्च न्यायालय के न्यायाधीश देवन रामचंद्रन और अन्य ने भी एन रामचंद्रन को श्रद्धांजलि अर्पित की।
सुबह 10 बजे जब भीड़ बढ़ती गई तो पार्थिव शरीर को एडापल्ली के मंगट्टू रोड स्थित उनके आवास पर ले जाया गया, जहां मित्र, पड़ोसी और शुभचिंतक नम आंखों और भारी मन से पार्थिव शरीर को लाए जाने का इंतजार कर रहे थे।
दोपहर के समय जब रामचंद्रन की अंतिम यात्रा शुरू हुई तो सैकड़ों लोग इसमें शामिल हुए जो एडापल्ली के शांतिकावदम श्मशान घाट पर समाप्त हुयी।
दोपहर करीब एक बजे पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
उनके बेटे सुरेश ने चिता को मुखाग्नि दी। इसके बाद चंगमपुझा पार्क में शोक सभा आयोजित की गई।
बाद में भी रामचंद्रन के घर पर आगंतुकों का आना जारी रहा। उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदु, पूर्व मंत्री पी के श्रीमती और फिल्म निर्माता मेजर रवि उन लोगों में शामिल थे जिन्होंने शोक संवेदना व्यक्त की।
रामचंद्रन अपनी पत्नी, दुबई में काम करने वाली बेटी और उसके जुड़वां बेटों के साथ कश्मीर में छुट्टियां मना रहे थे। परिजनों के सामने ही गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई।
मंगलवार, 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पर्यटन केंद्र पहलगाम के निकट बैसरन घाटी में आतंकवादियों के हमले में 26 लोग मारे गए। इनमें अधिकतर पर्यटक थे।
भाषा
शुभम नरेश
नरेश
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