कोच्चि, 17 जनवरी (भाषा)संगठनात्मक गतिविधियों में हिस्सा लेने केरल आए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार सुबह त्रिप्पुनितुरा स्थित अमेदा नागराज मंदिर में जाकर ‘सप्त मातृ’ और ‘नाग’ देवताओं की पूजा-अर्चना की।
आरएसएस द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक भागवत ने ‘पुल्लुवन’ गीत सुना और मंदिर में ‘नाग’ देवताओं की पूजा अर्चना की।
विज्ञप्ति के मुताबिक भागवत ने मंदिर में सप्त मातृ यानी सात देवियों ब्राह्मणी, माहेश्वरी, कुमारी, वैष्णवी, वराही, इंद्राणी और चामुंडी की पूजा अर्चना की।
मंदिर पदाधिकारियों ने फूलों की माला से उनका स्वागत किया और उन्हें चांदी से बनी ‘सप्त मातृ नाग’ प्रतिमा भेंट की, जिसमें ग्लोब को पांच मुंह वाले सांप के ऊपर रखा गया है तथा पीठ पर सात देवियों की छवियां अंकित हैं।
विज्ञप्ति के मुताबिक आरएसएस प्रमुख ने मूर्तिकार एम. एल. रमेश को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया, जो तपस्या कला साहित्य वेदी की त्रिप्पुनितुरा इकाई के अध्यक्ष भी हैं।
संगठन के एक सूत्र ने बताया कि भागवत कुछ संगठनात्मक गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए 16 से 21 जनवरी तक केरल में हैं और इस दौरान उनकी कोई सार्वजनिक बैठक या मीडिया से बातचीत नहीं होगी।
सूत्र ने बताया कि आरएसएस प्रमुख फरवरी में दो दिन के लिए फिर से केरल आएंगे और उस दौरान जनसभाएं करेंगे।
भाषा धीरज माधव
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