तिरुवनंतपुरम, 24 अगस्त (भाषा) केरल के शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले ‘केरल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड टेक्नोलॉजी फोर एजुकेशन’ (केआईटीई) ने रविवार को राज्य के स्कूलों के लिए सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) पाठ्यपुस्तकें जारी कीं।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि संशोधित आईसीटी पाठ्यपुस्तकें, ‘एनीमेशन’, ‘विजुअल इफेक्ट्स’, ‘गेमिंग’ और ‘कॉमिक्स (एवीजीसी)’ को समेटते हुए सीखने का एक अनोखा अवसर प्रदान करती हैं। इसमें पिछले साल राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई ‘एवीजीसी-एक्सआर’ (विस्तारित वास्तविकता) नीति का ख्याल रखा गया है।
पहले केआईटीई ने कृत्रिम मेधा, ‘रोबोटिक्स’ और ‘फैक्ट-चेकिंग’ को शामिल करते हुए एक पाठ्यक्रम शुरू किया था।
केआईटीई अधिकारियों के अनुसार, नया पाठ्यक्रम छात्रों को कम उम्र से ही डिजिटल कला और संगीत से परिचित कराता है।
बयान में कहा गया है, ‘‘तीसरी कक्षा के ‘सॉगबॉक्स’ नामक अध्याय में, बच्चे बुनियादी संगीत स्वरों की पहचान करना सीखते हैं। चौथी कक्षा तक, ‘पियानो बजाएं’ और ‘उत्सव मेला’ जैसे अध्यायों के माध्यम से, छात्र अपने स्वयं के गीत रचना शुरू कर देते हैं…।’’
उसमें कहा गया है, ‘‘यह यात्रा आठवीं कक्षा में समाप्त होती है, जहां छात्र डिजिटल ऑडियो वर्कस्टेशन सॉफ़्टवेयर लिनक्स मल्टीमीडिया सिस्टम का उपयोग करके अपनी स्वयं की एनीमेशन फिल्मों के लिए पृष्ठभूमि संगीत तैयार करके डिजिटल संगीत की संभावनाओं का पता लगाते हैं।’’
केआईटीई के सीईओ और आईसीटी पाठ्यपुस्तक प्रारूप समिति के अध्यक्ष के. अनवर सदात ने कहा कि एआई के इस युग में, ये नई आईसीटी पाठ्यपुस्तकें छात्रों को एक साथ तकनीकी कौशल हासिल करने, विभिन्न विषयों को आसानी से समझने और रोजगार परक महत्वपूर्ण कौशल विकसित करने में मदद करेंगी।
भाषा राजकुमार शफीक
शफीक
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