तिरुवनंतपुरम, 18 नवंबर (भाषा) युवा कांग्रेस के संगठनात्मक चुनावों के दौरान फर्जी मतदाता पहचान पत्र के कथित इस्तेमाल को लेकर दायर शिकायतों के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। केरल पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने कहा कि आरोपों की व्यापक जांच की जाएगी और इस संबंध में आठ सदस्यों वाली एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया है।
इसने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धाराओं 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी) और 471 (जाली दस्तावेज को असली दस्तावेज बताकर इस्तेमाल करना) सहित विभिन्न प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
तिरुवनंतपुरम के पुलिस उपायुक्त नितिन राज ने मीडिया को बताया कि फर्जी मतदाता पहचान पत्र बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कथित मोबाइल एप्लिकेशन तथा इसे बनाने वाले और अन्य संबंधित मामले जांच के दायरे में आएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘हम जाली मतदाता पहचान पत्र संबंधी मुद्दे और ऐसे दस्तावेज बनाने तथा इस्तेमाल करने वालों की जांच करेंगे।’’
केरल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने शुक्रवार को राज्य पुलिस को युवा कांग्रेस के संगठनात्मक चुनावों के दौरान फर्जी मतदाता पहचान पत्रों के कथित इस्तेमाल की शिकायतों की जांच करने का निर्देश दिया था।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजय एम कौल ने अपने कार्यालय को प्राप्त शिकायतों को राज्य पुलिस प्रमुख को भेज दिया था और धोखाधड़ी में कथित रूप से शामिल दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई का आग्रह किया था।
युवा कांग्रेस ने हालांकि इन आरोपों से इनकार किया है।
केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस मुद्दे पर कांग्रेस की आलोचना की।
घटना के विरोध में भाजपा ने शनिवार को विभिन्न स्थानों पर मार्च निकाला।
भाषा देवेंद्र नेत्रपाल
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