तिरुवनंतपुरम, छह नवंबर (भाषा) केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक व्यक्ति की मौत के बाद उसके परिवार ने चिकित्सीय लापरवाही का आरोप लगाया है। इस व्यक्ति का अस्पताल में हृदय रोग का इलाज किया गया था।
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने परिवार के दावों का खंडन किया, कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने बुधवार रात कोल्लम के वेणु की मौत के लिए राज्य सरकार और स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज को दोषी ठहराया है।
इस बीच, जॉर्ज ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के निदेशक को परिवार की शिकायत की तुरंत जांच करने और रिपोर्ट दर्ज करने का निर्देश दिया।
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि मरीज के उपचार में कोई चिकित्सीय लापरवाही या कमी नहीं हुई है। वेणु के परिवार ने मीडिया को बताया कि गंभीर हालत के कारण उन्हें कोल्लम से तिरुवनंतपुरम के मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था।
वेणु की पत्नी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम शनिवार रात को अस्पताल पहुंचे और अगले दिन रविवार होने के कारण कोई ड्यूटी डॉक्टर नहीं था। मुझे सोमवार को हृदय रोग विशेषज्ञ को दिखाने के लिए बाह्य-रोगी (ओपी) टिकट लेने के लिए कहा गया था। इसके बाद हृदय रोग विशेषज्ञ ने कहा कि बुधवार या शुक्रवार को एंजियोग्राम कराया जा सकता है। फिर जब उनकी हालत खराब हो गई और मैंने नर्सों को बताया तो कई बार चिकित्सक आए और कुछ दवाएं दीं। लेकिन अंत में उनकी मृत्यु हो गई।’’
इसके बाद, यूडीएफ ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर विरोध प्रदर्शन किया और राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के काले तेल से सने हुए सड़क पर पड़े पोस्टर के साथ कैरिजवे के एक तरफ को अवरुद्ध कर दिया।
केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने आरोप लगाया कि इलाज के अभाव में वेणु की मौत हो गई और साथ ही उन्होंने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की।
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