तिरुवनंतपुरम, 12 अप्रैल (भाषा) केरल के उत्तरी कोझिकोड जिले में हाल ही में वक्फ कानून के खिलाफ आयोजित मार्च के दौरान मुस्लिम ब्रदरहुड और हमास जैसे चरमपंथी संगठनों के नेताओं की तस्वीरें प्रदर्शित किए जाने से राज्य में नया राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है।
प्रदर्शनकारियों ने विवादास्पद मुस्लिम नेताओं की तस्वीरें बुधवार को जमात-ए-इस्लामी से संबद्ध सॉलिडेरिटी यूथ मूवमेंट और स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन (एसआईओ) द्वारा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक आयोजित विरोध मार्च के दौरान लहराईं।
भाजपा ने इस मामले को लेकर सत्तारूढ़ गठबंधन एलडीएफ और विपक्षी यूडीएफ दोनों की कड़ी आलोचना की और आरोप लगाया कि उनकी तुष्टीकरण की नीतियों और वोट बैंक की राजनीति के कारण राज्य में आतंकवादी संगठन पनप रहे हैं।
वरिष्ठ भाजपा नेता के. सुरेन्द्रन ने विरोध प्रदर्शन में मुस्लिम ब्रदरहुड और हमास जैसे चरमपंथी संगठनों की प्रासंगिकता पर सवाल उठाया।
माकपा और प्रभावशाली मुस्लिम विद्वानों के संगठन समस्ता (एपी गुट) ने चरमपंथी संगठनों के नेताओं की तस्वीरों के प्रदर्शन की निंदा की तथा कहा कि इससे दक्षिणपंथी संगठनों को दुष्प्रचार का एक हथियार मिल जाएगा।
भाषा
शुभम अविनाश
अविनाश
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