तिरुवनंतपुरम, 24 फरवरी (भाषा) रूस की सैन्य कार्रवाई के मद्देनजर यूक्रेन में फंसे हजारों मलयालियों की सुरक्षा को लेकर चिंतिंत केरल सरकार ने केंद्र से उनकी सुरक्षित वापसी के लिए जरूरी प्रबंध करने की बृहस्पतिवार को अपील की।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन एवं विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीशन ने यूक्रेन में फंसे मलयालियों की सुरक्षित स्वदेश वापसी के लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर को अलग-अलग पत्र लिखे।
मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में कहा कि वहां भारतीय विद्यार्थियों में 2,320 केरल राज्य के हैं और वे वहां ठहरे हुए हैं क्योंकि वे अपनी पढ़ाई में अंतराल नहीं चाहते हैं।
विजयन ने कहा है, ‘‘हमारे विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उस देश के प्रशासन के साथ स्वयं संवाद करने का अनुरोध करने के लिए मैं यह पत्र लिख रहा हूं। मैं आपसे विशेष उड़ानों का प्रबंध कर उनकी सुरक्षित वापसी के वास्ते जरूरी इंतजाम करने लिए दखल देने का अनुरोध करता हूं।’’
विपक्ष के नेता सतीशन ने भी अपने पत्र में कहा कि लगभग 20,000 भारतीय, जिनमें अधिकतर मलयाली हैं, यूक्रेन में फंसे हुए हैं तथा उड़ानों की भारी कमी एवं बढ़ते किराये के चलते विमान किराया देने में असमर्थ हैं।
सतीशन ने कहा, ‘‘युद्ध के तेज होने के बीच यूक्रेन ने भी अपने बड़े हवाई अड्डों को बंद करना शुरू कर दिया है क्योंकि हवाई पट्टी को खतरा है। यहां इन विद्यार्थियों के परिवार अपने बच्चों की सुरक्षित वापसी को लेकर चिंतिंत हैं।’’
उन्होंने विदेश मंत्रालय से उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए ‘त्वरित कदम’ उठाने की अपील की है।
इस बीच गैर केरल निवासी विषयक विभाग ने कहा कि यूक्रेन में मलयालियों की सुरक्षा के लिए सभी संभव कदम उठाये जा रहे हैं और वह वहां लगातार भारतीय दूतावास एवं विदेश मंत्रालय के सपंर्क में है।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष एवं सांसद के. सुधाकरन ने भी यूक्रेन में भारतीयों की सुरक्षा एवं उनकी सुरक्षित वापसी को लेकर बुधवार को एक पत्र विदेश मंत्री को भेजा था।
एक दिन पहले, विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने भी यूक्रेन में भारतीयों के समक्ष पेश आ रही समस्याओं का जिक्र किया था।
भाषा राजकुमार देवेंद्र
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