तिरुवनंतपुरम, 31 मई (भाषा) पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी के गर्मजोशी से स्वागत को लेकर सोशल मीडिया पर नाराजगी का सामना कर रहे दुबई में केरल के प्रवासी समुदाय ने इस घटना के लिए माफी मांगी है और स्पष्ट किया है कि यह जानबूझकर नहीं किया गया।
कोचीन यूनिवर्सिटी बीटेक अलम्नाई एसोसिएशन (सीयूबीएए), यूएई को कुछ दिन से आलोचनाओं का शिकार होना पड़ रहा है, क्योंकि हाल ही में दुबई में उसके द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान अफरीदी का गर्मजोशी से स्वागत किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हुआ था।
पाकिस्तानी क्रिकेटर का यह गर्मजोशी भरा स्वागत सोशल मीडिया पर सक्रिय अनेक लोगों और दक्षिणपंथी समर्थकों को पसंद नहीं आया।
उन्होंने पहलगाम आतंकवादी हमले के सिलसिले में भारत और उसकी सेना के खिलाफ पाकिस्तानी क्रिकेटर की हालिया विवादास्पद टिप्पणी का हवाला देते हुए सीयूबीएए के पदाधिकारियों पर हमला किया।
इस घटना पर व्यापक विवाद के बाद सीयूबीएए के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के माध्यम से इस घटना के लिए माफी मांगी और कहा कि यह जानबूझकर नहीं किया गया था।
अफरीदी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव शुरू होने से बहुत पहले ही पाकिस्तान एसोसिएशन दुबई (पीएडी) को अंतर महाविद्यालय नृत्य प्रतियोगिता के दूसरे सत्र के आयोजन स्थल के रूप में बुक कर लिया था।
बयान में कहा गया कि किफायती होने के कारण पिछले वर्ष भी इस आयोजन के पहले सत्र के लिए इसी स्थल का उपयोग किया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे कार्यक्रम के समय कूटनीतिक तनाव पहले ही कम हो चुका था। अल्प सूचना पर वैकल्पिक स्थल उपलब्ध न होने के कारण, हमने पीएडी दुबई में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इसे आयोजित किया।’’
सीयूबीएए प्रतिनिधियों ने कहा कि अफरीदी सहित अन्य क्रिकेटर उसी दिन एक अन्य कार्यक्रम के लिए सभागार में आए थे, जिस दिन उनका कार्यक्रम 25 मई को आयोजित किया गया था।
उन्होंने कहा कि जब केरल समुदाय का कार्यक्रम समाप्त हो रहा था, तो ये क्रिकेटर ‘‘अघोषित और अनापेक्षित रूप से’’ उनके कार्यक्रम में उपस्थित हुए, जो उसी सभागार में आयोजित किया गया था।
आयोजकों ने कहा, ‘‘हम स्पष्ट रूप से कहना चाहते हैं कि हमारी आयोजन टीम, अधिकारियों या पूर्व छात्रों के किसी भी सदस्य ने उन्हें आमंत्रित नहीं किया और न ही इस कार्यक्रम का समन्वय किया। हमारा आधिकारिक रूप से प्रकाशित कार्यक्रम इस बात की पुष्टि करता है आयोजकों ने कहा, ‘हम स्पष्ट रूप से कहना चाहते हैं कि हमारी आयोजन टीम, अधिकारियों या पूर्व छात्रों के किसी भी सदस्य ने उन्हें आमंत्रित नहीं किया और न ही इस कार्यक्रम का समन्वय किया। हमारे आधिकारिक रूप से प्रकाशित कार्यक्रम इस बात की पुष्टि करता है जिसमें इन व्यक्तियों को अतिथि के रूप में शामिल नहीं किया गया।’’
उन्होंने कहा कि चूंकि उनका दौरा अचानक हुआ था, इसलिए इतने कम समय में भीड़ की प्रतिक्रिया को उचित रूप से प्रबंधित नहीं किया जा सका।
आयोजकों ने कहा, ‘‘इस अनियोजित घटनाक्रम के कारण उपस्थित लोगों, प्रतिभागियों या समर्थकों को हुई किसी भी तरह की उलझन या असुविधा के लिए हमें खेद है। हमारे कार्यों से किसी को भी ठेस पहुंची हो, तो इसके लिए हमें गहरा खेद है। हमारा ऐसा कोई इरादा नहीं था और हम प्रभावित लोगों से ईमानदारी से माफी मांगते हैं।’’
प्रवासी समुदाय ने भारत की सांस्कृतिक और समावेशी भावना को बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई।
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नेत्रपाल प्रशांत
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