नई दिल्लीः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को ‘दिल्ली की योगशाला’ कार्यक्रम की शुरुआत की जिसका मकसद राष्ट्रीय राजधानी के निवासियों को प्रशिक्षित शिक्षकों के दिशा-निर्देश में योग करने में मदद करना है.
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर मोबाइल फोन नंबर जारी किए जिन पर लोग मिस्ड कॉल देकर प्रशिक्षित योग शिक्षकों का मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं. इस मौके पर ‘दिल्ली की योगशाला’ के नाम से वेबसाइट भी लांच की गई.
दिल्ली फार्मास्यूटिकल साइंसेस एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी (डीपीएसआरयू)में आयोजित कार्यक्रम में केजरीवाल ने कहा, ’25 लोगों का समूह इस नंबर पर मिस कॉल कर सकता है और दिल्ली सरकार उन्हें शिक्षक उपलबध कराएगी. उन्हें योग करने के लिए केवल स्थान चिह्नित करना होगा जैसे पार्क या सामुदायिक सभागार.’
आम आदमी पार्टी (आप) नेता ने बताया कि ‘दिल्ली की योगशाला’ कार्यक्रम जनवरी में डीपीएसआरयू की ओर से प्रशिक्षित 400 शिक्षकों के साथ शुरू होगी और उम्मीद की जा रही है कि कम से कम 20 हजार लोग उनके मार्गदर्शन में योग की शुरुआत करेंगे.’
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मोहल्ला क्लीनिक का जिक्र करते हुए आगे कहा, ‘दिल्ली सरकार सामान्य बीमारी से लेकर बड़ी बीमारी तक का खर्च उठाती है लेकिन बेहतर ये है कि लोग बीमार ही न हों. भारत ने पूरी दुनिया को योग सिखाया. पूरी दुनिया में बहुत सारे लोग योग करने लगे. लेकिन हममें काफी लोग योग नहीं करते. आजकल जिंदगी काफी आपा-धापी वाली हो गई है. आदमी के मन में शांति नहीं है, आदमी अंदर से बहुत ज्यादा बेचैन है. शरीर, मन और आत्मा स्वस्थ नहीं है. ऐसे में योग काफी मदद कर सकता है. इससे धीरे-धीरे समाज में परिवर्तन जरूर दिखाई देगा.’
हैप्पीनेस क्लासेज का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘स्कूलो में इसकी शुरुआत करने से अब बच्चों का मन शांत होने लगा. हम हैप्पीनेस क्लासेज में मेडिटेशन सिखाते हैं, वैल्यू सिस्टम सिखाते हैं. आजकल लोग योग इसलिए नहीं करते क्योंकि कोई सिखाने वाला नहीं है, अनुशानसन नहीं है. इन बातों की वजह से हमने ये कार्यक्रम शुरू किया. 25 लोग इकट्ठो होकर मिस्ड कॉल मारो. इसके बाद 9013585858 पर मिस्ड कॉल मारो. आप अपने घर के सामने कहीं भी जगह खोज लो. टीचर दिल्ली सरकार देगी. मुझे लगता है कि लोग बड़ी संख्या में इसमें भाग लेंगे.
हालांकि, उस समय ऐसा लगा था कि इस काम में 2-3 साल लगेंगे, लेकिन महज़ 8 महीने में ये कार्यान्वित हो गया है. लगभग 400 टीचर्स तैयार हो चुके हैं. जनवरी से ये कार्यक्रम शुरू होगा.
मेरा मानना है कि कम से कम 20 हजार लोग इस कार्यक्रम के जरिए योगा करना शुरू कर देंगे.
आगे उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि पूरे देश में ये अपने तरह का यूनीक कार्यक्रम है. आगे उन्होंने कहा कि पूरी दिल्ली के लोगों से अपील करता हूं कि सभी लोग इसमें भागीदारी करें और स्वस्थ रहें.
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने शहर के निवासियों के लिए मुफ्त में योग की कक्षाएं चलाने की योजना इस साल के शुरू में बनाई थी और वर्ष 2021-22 के बजट में 25 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था.
केजरीवाल ने उम्मीद जताई कि उनकी सरकार की मुफ्त पानी, बिजली और मोहल्ला क्लीनिक जैसे पहलों की तरह ‘दिल्ली की योगशाला’ कार्यक्रम को भी अन्य राज्य अपनाएंगे.
यह भी पढे़ंः कोविड के नए स्वरूप से प्रभावित देशों से आने वाली उड़ानों को रोका जाए: अरविंद केजरीवाल