नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि अफगानिस्तान से अपने घर लौटने को इच्छुक भारतीय नागरिकों को वहां से भारत वापस लाया जा चुका है और भारत का पूरा ध्यान अफगानिस्तान में फंसे अपने नागरिकों को वापस लाने पर है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्त अरिंदम बागची ने कहा, ‘हम स्थिति पर लगातार सावधानीपूर्वक नजर रखे हुए हैं. यह उभरती हुई स्थिति है.’
ये पूछे जाने पर कि क्या भारत, अफगानिस्तान में तालिबान को मान्यता देगा, बागची ने कहा कि काबुल में किसी इकाई के सरकार बनाने को लेकर अभी कोई स्पष्टता नहीं है या स्पष्टता की कमी है.
उन्होंने कहा, ‘जमीनी स्थिति अनिश्चित है. हमारी मुख्य चिंता अपने लोगों की सुरक्षा से जुड़ी है. अभी काबुल में किसी इकाई के सरकार बनाने को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है या स्पष्टता की कमी है.’
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से वापसी के अभियान में उड़ानों को लेकर भारत विभिन्न पक्षों के संपर्क में है.
अरिंदम बागची ने ये भी बताया कि एक बार जब अफगानिस्तान में सुरक्षा की स्थिति खराब हो गई तो कुछ लोगों के समूह ने हमारी एक आउटसोर्सिंग एजेंसी पर छापा मारा जहां भारतीय वीजा वाले अफगान पासपोर्ट थे. हमारे अधिकारी हाई अलर्ट की स्थिति में थे.
बागची ने बताया, ‘हम कई अफगान नागरिकों समेत दूसरे देशों के लोगों को भी निकालने में सफल रहे हैं. इनमें से कई सिख और हिंदू है.’
उन्होंने कहा, ‘हमने करीब 6 अलग विमानों के जरिए काबुल और दुशांबे से 550 लोगों को निकाला. इनमें से 260 लोग भारतीय हैं. हम कई दूसरे देश जैसे कि अमेरिका और तजाकिस्तान से भी संपर्क में थे.’
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अफगान नागरिकों को 6 महीने के लिए मिलेगा ई-वीजा
बागची ने जानकारी दी कि भारत आई आखिरी फ्लाइट में 40 लोग थे.
उन्होंने कहा, ‘हमें जानकारी मिल रही है कि अफगान नागरिकों को एयरपोर्ट पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हम कुछ अफगान नागरिकों समेत अफगान सिखों और हिंदुओं को जानते हैं जो 25 अगस्त को एयरपोर्ट नहीं पहुंच सके थे. हमारा विमान उनके बिना ही भारत आया था.’
बागची ने कहा, ‘जो अफगान नागिरक भारत आ रहे हैं, उनके लिए गृह मंत्रालय ने ई-आपातकालीन वीजा की घोषणा की है जो कि 6 महीनों तक मान्य होगा. इसलिए जो लोग भी अभी आ रहे हैं वो 6 महीने के वीजा पर आ रहे हैं.’
बता दें कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद कई सारे देश अपने नागरिकों को वहां से निकाल रहे हैं. इस बीच कई अफगान नागरिक भी अपना मुल्क छोड़ रहे हैं जिस कारण काबुल एयरपोर्ट पर काफी भीड़ देखी जा रही है.
गुरुवार को काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए हमले में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग घायल हुए हैं.
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